रिम्स निदेशक के पद से हटने के बाद डॉ राजकुमार ने अपने ऊपर हुई कार्रवाई को सख्ती से काम करने का नतीजा बताया है. वहीं, इस मामले पर अब सियासत भी गर्म हो गयी है.
रांची : रिम्स के निदेशक पद से हटाये जाने के बाद डॉ राजकुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ की गयी कार्रवाई सख्ती से काम करने का नतीजा है. स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी पर उन्होंने कहा कि वह तो कुछ भी बोलते हैं. वहीं, इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री और विभागीय अधिकारियों के भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की वजह से डॉ राजकुमार पर यह कार्रवाई हुई है.
क्या कहा रिम्स के पूर्व निदेशक राजकुमार ने
रिम्स के पूर्व निदेशक राजकुमार ने सरकार के निर्देश और बदनामी करने के आरोपों पर कहा कि अगर यह कोई सिद्ध कर दे तो वह भारत छोड़कर चले जाएंगे. स्वास्थ्य मंत्री द्वारा काम नहीं करने की बात पर उन्होंने कहा : वह तो कुछ भी कहते हैं. हमारे पास तो जीबी की प्रक्रिया की पूरी रिकार्डिंग है, जरूरत पड़ी तो चलवायेंगे.
पूर्व निदेशक बोले- जीबी के दौरान ही इस्तीफा मांगते तो दे देता
रिम्स के पूर्व निदेशक राजकुमार ने कैबिनेट की बात नहीं मानने के सवाल पर कहा कि मैं कैबिनेट से ऊपर हूं, क्या? जबर्दस्ती कोई चार्ज थोपने से चलता है क्या? अगर जीबी के दौरान ही इस्तीफा मांगते तो दे देता, लेकिन ऐसी कार्रवाई तो स्वीकार नहीं है.
सरयू राय ने कार्रवाई को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
डॉ राजकुमार को निदेशक पद से हटाने पर सियासत भी गर्म हो गयी है. बाबूलाल मरांडी के अलावा सरयू राय ने रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार को रिम्स निदेशक पद से हटाने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई इसिलए की गयी क्योंकि उन्होंने दो दिन पूर्व रिम्स शासी निकाय की हुई बैठक में करोड़ों के गलत भुगतान करने का सरकारी आदेश नहीं माना और सही बात कह दी. उनके द्वारा रिम्स में किया जा रहा सुधार सरकार को रास नहीं आया.