गर्मियों में तुलसी का पौधा मुरझा सकता है। ऐसे में आप कुछ टिप्स अपनाकर अपने तुलसी के पौधे को मुरझाने से बचा सकते हैं…
तुलसी एक ऐसा पौधा है जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं. हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का बेहद खास महत्व है. यह एक पवित्र पौधा होता है. ज्यादातर घरों और मंदिरों के सामने तुलसी के पौधे होते हैं. आमतौर तुलसी के पौधे और पत्तियों का उपयोग पूजा और अन्य अनुष्ठानों के लिए किया जाता है, लेकिन इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं. तुलसी के पत्ते और जड़ें से विभिन्न बीमारियों के इलाज भी किया जाता है. तुलसी हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों के साथ-साथ बुखार और वायरल एन्फेक्शन को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है. तुलसी के अनेक लाभों के कारण इसे ज्यादातर घरों में लगाया और उगाया जाता है. हालांकि, गर्मियों में तेज धूप में तुलसी के पौधे सूखने की अधिक संभावना होती है. इसलिए गर्मी के दिनों में इसका विशेष ध्यान रखना आवश्यक है.
- मिट्टी में नमी बनाए रखें: तुलसी के पौधे को गर्मियों की तेज धूप में मुरझाने से बचाने के लिए मिट्टी में हर समय नमी बनाए रखना जरूरी है. गर्मियों में तुलसी के पौधे सूखने का मुख्य कारण गर्म हवाएं और धूप है. इसलिए, इस बात का ध्यान रखें पौधे के आस-पास की मिट्टी की ऊपरी परत सूख न पाए. इसके साथ ही हर सुबह और शाम पौधे को पानी दें. इसके साथ ही पौधे को दोपहर में पानी देने से बचें.
- छाया में रखें: तुलसी के पौधों को धूप की जरूरत होती है, लेकिन गर्मियों में तेज धूप तुलसी के पौधे को नुकसान पहुंचा सकती है. ऐसे में आपको तुलसी के पौधे को ऐसी जगह रखना चाहिए, जहां उसे सुबह हल्की धूप मिले. इससे वह दोपहर की तेज धूप से बचा रहेगा और पौधा सूखेगा नहीं. गर्मियों में तुलसी के पौधे को छायादार जगह पर रखने से वह चिलचिलाती धूप से बचा रहता है. इससे तुलसी के पत्ते और शाखाएं सूखने और जलने से बच जाएंगी. इसलिए, तुलसी के पौधों को ऐसी जगह लगाना सबसे अच्छा है, जहां उन्हें सीधी धूप न मिले.
- सूखे पत्ते काट दें: सभी सूखे या क्षतिग्रस्त पत्ते और शाखाएं काट दें. ऐसा करने से पेड़ को अपनी ऊर्जा का उपयोग नये पत्ते पैदा करने में करने में मदद मिलती है. इससे वायु संचार में भी सुधार होता है.
- खाद डालने से बचें: तुलसी एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो बिना खाद डाले भी अच्छी तरह से बढ़ती है. इसलिए, गर्मियों में इसे खाद न देना बेहतर है. अत्यधिक गर्मी पौधे पर तनाव पैदा कर सकती है. इस समय खाद डालने से पत्तियां खराब हो सकती हैं और पेड़ों की वृद्धि रुक सकती है.
- कीटों से ऐसे रखें दूर: कीटों को दूर रखने के लिए नीम के पत्तों और पानी का मिश्रण तैयार करें और महीने में एक या दो बार पेड़ पर इसका छिड़काव करें. इससे पेड़ से कीड़े दूर रहेंगे. यह मिश्रण कीटों और मक्खियों द्वारा पत्तियों को होने वाले नुकसान को रोकने में भी फायदेमंद होता है.
अगर आप तुलसी को गमले में लगाते हैं, तो इस बात की संभावना बहुत अधिक होती है कि कभी-कभी मिट्टी दब जाती है. इससे पानी सोखने की क्षमता कम हो जाती है. नतीजतन, पेड़ को जरूरी पानी नहीं मिल पाता है, अगर आपको लगे कि पर्याप्त पानी देने के बावजूद पौधा मुरझा रहा है, तो आप उसे दूसरी जगह लगा सकते हैं. लेकिन याद रखें, पौधे को नई मिट्टी में लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि जड़ों को नुकसान न पहुंचे.