ज्येष्ठ महीने की कृष्ण पक्ष एकादशी पर जगत के पालनहार का अधिकार है.
आज 23 मई, 2025 शुक्रवार, के दिन ज्येष्ठ महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है. इस तिथि पर भगवान विष्णु का अधिकार है. नई ज्वेलरी खरीदने के साथ भगवान विष्णु की आराधना करने और उपवास करने के लिए यह दिन अच्छा माना जाता है. इस एकादशी को अपरा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.
23 मई का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : ज्येष्ठ
- पक्ष : कृष्ण पक्ष की एकादशी
- दिन : शुक्रवार
- तिथि : कृष्ण पक्ष की एकादशी
- योग : प्रीति
- नक्षत्र : उत्तराभाद्रपद
- करण : बव
- चंद्र राशि : मीन
- सूर्य राशि : वृषभ
- सूर्योदय : सुबह 05:55 बजे
- सूर्यास्त : शाम 07:16 बजे
- चंद्रोदय : देर रात 2.57 बजे (24 मई)
- चंद्रास्त : दोपहर 3.03 बजे
- राहुकाल : 10:56 से 12:36
- यमगंड : 15:56 से 17:36
देवताओं की स्थापना के लिए अनुकूल है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मीन राशि और उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र मीन राशि 3:20 डिग्री से लेकर 16:40 तक फैला हुआ है इसके देव.ता अहिर्बुध्न्य हैं, जो एक नाग देवता हैं. इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह शनि हैं. कुआं खोदने, नींव या शहर बनाने, प्रायश्चित अनुष्ठान करने, पेड़ लगाने, राज्याभिषेक, भूमि खरीदने, मेधावी कर्म, बीज बोने, देवताओं की स्थापना, मंदिर के निर्माण, विवाह या किसी अन्य गतिविधि के लिए ये अनुकूल नक्षत्र है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 10:56 से 12:36 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.