वाणिज्य कर अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने बाकरगंज में आभूषण कारोबारियों पर छापेमारी कर 70 किलो सोना और 5500 किलो चांदी जब्त किया था. छापेमारी के बाद वाणिज्य कर विभाग ने इनतीनों आभूषण कारोबारियों से फिलहाल दो करोड़ जीएसटी वसूली कर ली है, जबकि शेष बकाए टैक्स की सूद समेत वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी
Patna News: कर चोरी के खिलाफ वाणिज्य कर विभाग द्वारा शुरू की गई “ऑपरेशन सनफ्लावर” का जबर्दस्त सफलता मिली. इसके तहत विभाग की अन्वेषण ब्यूरो की टीम गुरुवार को बाकरगंज में आभूषण के तीन थोक कारोबारियों की ठिकानों पर छापेमारी की थी, जो शुक्रवार को भी जारी रहा. छापेमारी में बिना वैध कागजात के 70 किलो सोना और 5,500 किलो चांदी बरामद किया गया. यह कार्रवाई बिना किसी कागजात और बिल के सोना और चांदी की खरीद-बिक्री कर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी को लेकर की गई थी. हालांकि आभूषण कारोबारियों ने इस छापेमारी के बाद स्वैच्छिक रूप से दो करोड़ जीएसटी जमा किया. आगे इस मामले में विभाग के अधिकारी जोड़-घटाव कर रहे हैं. वहीं, शुक्रवार को अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने सरिया कारोबारी के प्रतिष्ठान पर छापेमारी की और करोड़ों के बिना वैध दस्तावेज वाली लोहे की सरिया जब्त किया. लोहा कारोबारी ने भी दबिश के बाद स्वैच्छिक रूप से 40 लाख रुपये का जीएसटी जमा किया. विभागीय सूत्रों का कहना है कि कर की वास्तविक राशि जांच के बाद पता चलेगा और कारोबारियों को कर राशि का तीनगुना कर चुकाना होगा.
तीनों आभूषण कारोबारियों से पेनाल्टी भी वसूल की जाएगी
छापेमारी के बाद वाणिज्य कर विभाग ने इनतीनों आभूषण कारोबारियों से फिलहाल दो करोड़ जीएसटी वसूली कर ली है, जबकि शेष बकाए टैक्स की सूद समेत वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन तीनों आभूषण कारोबारियों से पेनाल्टी भी वसूल की जाएगी. वाणिज्य कर विभाग के सूत्रों के अनुसार यह छापेमारी विगत गुरुवार की दोपहर शुरू की गई थी, जो शुक्रवार की शाम तक जारी रही. जांच टीम ने जब इन तीनों आभूषण कारोबारियों के ठिकानों से जब्त की गई सोना और चांदी से संबंधित वैध दस्तावेजों की मांग की, तो तीनों कारोबारियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए.
बाकरगंज इलाके में बिना वैध बिल और जीएसटी भुगतान के सोना-चांदी की खरीद-बिक्री का रैकेट है सक्रिय
वाणिज्य कर विभाग के सूत्रों का कहना है कि बाकरगंज इलाके में लंबे समय से बिना वैध बिल और जीएसटी भुगतान के सोना-चांदी की भारी मात्रा में खरीद-बिक्री की जा रही थी. इस सूचना को सत्यापित करने के लिए विभाग की विशेष अन्वेषण शाखा ने व्यापक आंकड़े और डिजिटल साक्ष्य इकट्ठा किए थे. इन साक्ष्यों के आधार पर ही गुरुवार को यह कार्रवाई शुरू की गई. छापेमारी के दौरान जिन व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उनके व्यावसायिक परिसरों को सील कर दिया गया है. विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, निरीक्षण का कार्य अभी जारी है और आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आशंका जताई जा रही है कि इस मामले में बाकरगंज के कई और बड़े स्वर्ण कारोबारी भी लपेटे में आ सकते हैं. विभाग यह भी जांच कर रहा है कि यह किसी संगठित कर चोरी गिरोह का तो हिस्सा तो नहीं है. इस कर चोरी के रैकेट में शामिल अन्य लोगों और सप्लायर्स की पहचान कर उन्हें भी कार्रवाई के दायरे में लाया जाएगा.