रांचीः झारखंड कांग्रेस के प्रभारी बनने के बाद पांच दिवसीय दौरे पर पहली बार रांची आए के.राजू ने प्रदेश कार्यालय में पार्टी पदाधिकारियों को राज्य में संगठन मजबूती के लिए पांच मंत्र दिए. आईएएस अधिकारी से राजनेता बने के. राजू ने कहा कि मैंने पहले कभी राजनीति में आने को नहीं सोचा था. जब ग्रामीण विकास विभाग में सचिव था, तब राहुल गांधी का एक फोन मेरे पास आया था. वह भी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बात करने को लेकर. तब संयुक्त आंध्र प्रदेश में स्वयं सहायता समूह और मनरेगा बहुत अच्छे से चल रही थी. इसके बाद एक दिन राहुल गांधी ने मुझे नौकरी छोड़ राजनीति में आने का ऑफर दिया और मैंने सिर्फ 20 मिनट में यह फैसला ले लिया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा की नौकरी छोड़ देनी है.
कांग्रेस के डीएनए में आदिवासी-मूलवासी
के. राजू ने कहा कि झारखंड प्रदेश के निर्माण में कांग्रेस का अहम योगदान है. राजीव गांधी की इस इच्छा को सोनिया गांधी ने पूरा करने की ओर कदम बढ़ाया था. उन्होंने कहा कि आज झारखंड विधानसभा में हमारे 02 दलित विधायक हैं और इससे दलित समुदाय में जोश है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के डीएनए में आदिवासी-मूलवासी बसता है. नवनियुक्त प्रभारी के. राजू ने कहा कि मैं झारखंड में संगठन को चलाने के लिए नहीं, बल्कि आपको सहयोग करने के लिए आया हूं.
के.राजू ने दिए पांच मंत्र
झारखंड कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी के. राजू ने संगठन को मजबूत बनाने के लिए पांच मंत्र दिए. कांग्रेस कार्यालय में आयोजित स्वागत समारोह में के. राजू ने कार्यकर्ताओं को सम्मान, संगठन की मजबूती, युवा और महिला नेताओं को मौका, एसटी-एससी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदाय से नेता बनाना और सरकार संगठन के बीच बेहतर तालमेल के साथ जनता से किए वादे को पूरा करना शामिल है. के. राजू ने इन पांच मंत्रों को पंचशील का नाम दिया .

इन नेताओं ने भी रखी अपनी बात
इस मौके पर कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि राज्य में जातीय जनगणना, ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण सबसे प्रमुख मुद्दा है . वर्तमान बजट में जातीय जनगणना के लिए राशि का आवंटन करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को दिया गया है. वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव अम्बा प्रसाद ने कहा कि राज्य में विस्थापन की समस्या का समाधान के लिए पार्टी को बढ़-चढ़ काम करना होगा. कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड को हमेशा से ही नीतियों को उलझा कर रखने का काम बीजेपी ने किया है. उससे बहार निकालने और स्पष्ट नीति के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है. वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू ने कहा कि के. राजू एक ऐसे नेता हैं जो संगठन के लिए ईमानदारी से काम करते हैं और उन्हें ईमानदारी से काम करने वाले लोग पसंद हैं. वैसे लोग नहीं चलेंगे जो सिर्फ सोशल मीडिया और फोटो-वीडियो तक ही खुद को समिति रखते हैं. प्रदीप बालमुचू ने कहा कि राजनीति में भी सोशल ऑडिट की जरूरत है.