करीब 27 साल बाद शनि अपने ही नक्षत्र उत्तराभाद्रपद में प्रवेश करने जा रहे हैं. यह गोचर बेहद खास होने जा रहा है.
वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के गोचर का विशेष महत्व होता है. ग्रहों की चाल में होने वाले परिवर्तन का सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है. इसी क्रम में, शनि देव का गोचर इस बार बेहद खास होने वाला है. लगभग 27 साल बाद शनि अपने ही नक्षत्र उत्तराभाद्रपद में प्रवेश करने जा रहे हैं. यह महत्वपूर्ण परिवर्तन 28 अप्रैल 2025 को सुबह 7 बजकर 52 मिनट पर होगा, जो 3 अक्टूबर 2025 तक प्रभावी रहेगा.
ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्रा के अनुसार, शनि को कर्म का कारक, न्यायप्रिय और तपस्वी ग्रह माना गया है. जब शनि अपने ही नक्षत्र में आते हैं, तो इसका गहरा प्रभाव देखने को मिलता है. कुछ राशियों के लिए यह समय सफलता और धन लाभ से भरा रहने की प्रबल संभावना है. आइए जानते हैं वे कौन-सी भाग्यशाली राशियाँ हैं जिन्हें इस गोचर से बड़ा फायदा हो सकता है.
शनि का नक्षत्र गोचर क्यों है खास?
शनि का उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में आना एक दुर्लभ खगोलीय घटना है. यह बदलाव न सिर्फ व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है बल्कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों पर भी इसका असर दिख सकता है. शनि अपने नक्षत्र में होने के कारण अपनी विशेषताओं को और अधिक प्रभावी ढंग से व्यक्त करेंगे.
किन राशियों पर होगा शुभ प्रभाव
कुंभ राशि: शनि देव कुंभ राशि के जातकों को जबरदस्त लाभ दे सकते हैं. करियर में बड़ा बदलाव आने की संभावना है. विदेश यात्रा या विदेशी संपर्कों से फायदा मिलने के प्रबल संकेत हैं. व्यापार और नौकरी दोनों क्षेत्रों में लाभ की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं. संपत्ति और वाहन खरीदने की योजना भी सफल हो सकती है. स्वास्थ्य पहले से बेहतर होगा और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी. कुंभ राशि वालों के लिए यह समय उन्नति के नए द्वार खोलेगा.
मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों के लिए यह गोचर दसवें भाव में हो रहा है, जो कि करियर और कामकाज से जुड़ा होता है. कामकाज में तरक्की के अच्छे योग बन रहे हैं. वरिष्ठ अधिकारियों से सराहना मिलेगी और प्रमोशन के भी आसार बनेंगे. आपके प्रयासों से कई अधूरे काम पूरे हो सकते हैं. भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी. यह गोचर आपके करियर को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगा.