हाजीपुर में एक युवक ने भाई-बहन की शादी के कर्ज से परेशान होकर अपने अपहरण की झूठी कहानी रची. उसने फिरौती के लिए कॉल भी किया. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने 24 घंटे में युवक को बरामद कर लिया. प्रेस वार्ता में सदर एसडीपीओ ओम प्रकाश ने बताया की बरामद युवक से पूछताछ के क्रम में उसने राज खोला.
हाजीपुर,; नगर थाना क्षेत्र के हेला बाजार महारानी चौक निवासी गीता देवी के अपने पुत्र का अपहरण का शिकायत नगर थाना में किया. जिसमें उनके पुत्र मनीष कुमार की अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा अपहरण करने की बात बताई गई. मामलें की गंभीरता को देखते हुए वैशाली पुलिस के द्वारा एक टीम का गठन किया गया गठित टीम ने त्वरित कर्रवाई करते हुए महज 24 घंटे के अंदर अपहृत मनीष कुमार को हाजीपुर से सकुशल बरामद किया गया है.
खुद रची थी साजिश
प्रेस वार्ता में सदर एसडीपीओ ओम प्रकाश ने बताया की बरामद युवक से पूछताछ के क्रम में युवक ने पहले अपहरण करने की मनगढ़ंत कहानी बताई, लेकिन पुलिस के सख्ती से पूछताछ के बाद युवक ने किसी के द्वारा अपहरण नहीं किये जाने की बात स्वीकार की तथा बताया कि अपनी बहन व भाई के शादी का कर्ज उतारने के लिए माँ का जमीन बेचने के लिए जानबूझकर फर्जी अपहरण का स्वांग रचकर, एक लाख रूपये की झूठी मांग का अफवाह फैलाकर मोबाईल बंद कर दिया था.
मां ने दर्ज कराई प्राथमिकी
गौरतलब हो कि नगर थाना के हेला बाजार निवासी सुरेश राय की पत्नी गीता देवी ने नगर थाना में अपने पुत्र मनीष कुमार के गायब होने की प्राथमिकी दर्ज कराई. दर्ज प्राथमिकी ने बताया गया कि बीते 20 मई को मेरा बेटा मनीष कुमार मुझे बोलकर घर से निकला की काम करने के लिए पटना जा रहा हूं. उसके बाद शाम को लौटकर घर नहीं आया तो हम सभी कोई खोजबीन करने लगे लेकिन कोई पता नहीं चल सका. मनीष के मोबाइल नंबर से फोन आया और बोला कि गांधी चौक से तीन से चार आदमी मिलकर चार चक्का से उठा लिए और अपने साथ ले गए और एक लाख रुपए मांगने की बात बोलकर फोन काट दिया.