गिरिडीह: जैक द्वारा ली जा रही मैट्रिक परीक्षा के दो विषय के पेपर लीक हुए. इस मामले में कोडरमा पुलिस ने एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह की अगुवाई में गिरिडीह से छह लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद यह साफ हुआ कि गिरिडीह शहर में बनाये गए स्ट्रांग रूम में प्रश्न पत्र के बंडल रखने के दौरान ही दो मजदूरों ने चोरी की थी. इस मामले में स्ट्रांग रूम में तैनात 10 शिक्षक के साथ स्ट्रांग रूम के प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
पेपर लीक मामले में कार्रवाई करते हुए सभी कर्मचारियों को स्ट्रांग रूम से हटा भी दिया गया. दूसरी तरफ जिस बंडल से प्रश्न पत्र की चोरी हुई थी वह बंडल तिसरी प्रखंड के अग्रवाला प्लस टू हाई स्कूल पहुंचा था. लेकिन यहां पर भी बंडल से एक प्रश्न पत्र के गायब होने की जानकारी केन्द्राधीक्षक को नहीं मिली. जिसके बाद यहां भी केन्द्राधीक्षक को बदल दिया गया. अब इस कार्रवाई का विरोध शिक्षक संघ ने किया है.
बैठक कर जताया विरोध
शनिवार की शाम को गिरिडीह शिक्षक समन्वय समिति की बैठक संघ के वरीय पदाधिकारी देवेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में कहा गया कि प्रश्न पत्र लीक होने से झारखंड के विद्यार्थियों को क्षति हुई है. इस दौरान स्ट्रांग रूम में प्रतिनियुक्त शिक्षकों को जो प्रश्न पत्रों के तिथिवार, प्रखंडवार और केंद्रवार संधारण के लिए प्रतिनियुक्ति थे, उन्हें इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए स्पष्टीकरण देने, स्ट्रांग रूम सुरक्षा, गोपनीयता की जवाबदेही, मुख्य सड़क पर खड़ी ट्रक से उतार कर प्रश्न पत्र को स्ट्रांग रूम तक ले जाने की व्यवस्था, स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी, लाइट की व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई.
चर्चा के बाद मीडिया से बात करते हुए संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि जो जानकारी मिली है उसके अनुसार स्ट्रांग रूम के प्रभारी राहुल चंद्र थे. इसके निर्देश पर 10 प्रतिनियुक्त शिक्षक प्रश्न पत्रों के संधारण के लिए कमरे के अंदर जुटे हुए थे. यहां तैनात शिक्षक अपने कार्यों का निर्वहन ईमानदारी से किया. कहा कि इसी तरह अग्रवाल प्लस टू हाई स्कूल के प्राचार्य सह केन्द्राधीक्षक से भी किया गया स्पष्टीकरण तथा केंद्र से हटाना गलत है.
दोषी बचे नहीं, निर्दोष फंसे नहीं
संघ के नेताओं ने कहा कि दोषी तो जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ-साथ कोषागार पदाधिकारी हैं और बलि शिक्षकों की चढ़ाई जा रही है. पूरे मामले की जांच गंभीरता से हो. इस मामले दोषी बचे नहीं और निर्दोष फंसे नहीं यह देखना चाहिए. इसके साथ ही साथ अगर किसी को बचाने के लिए निर्दोषों पर कार्रवाई होती है तो शिक्षक समन्वय समिति आगे इस पर आंदोलनात्मक रूप से काम करने के लिए बाध्य होगी.
ये थे मौजूद
इस दौरान झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष बासुकीनाथ राय, प्रधान महासचिव मैनेजर प्रसाद सिंह, जयदेव प्रसाद सिंह, झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र कुमार सिंह, दीपक कुमार, मुफस्सिल लिपिक मोर्चा के प्रांतीय संयोजक विकास कुमार सिन्हा परमानंद महतो, प्लस टू शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष राजेश प्रसाद, मिथुन राज, झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के राजेश कुमार, रविकांत चौधरी, सुदीप कुमार, संत कुमार लाल, मनोज कुमार सिंह, नदीम परवेज, विजय कुमार दास, झारोटेफ के जिलाध्यक्ष मुन्ना कुशवाहा, अनुज कुमार, कार्तिक प्रसाद वर्मा सहित सभी संघों के कई शिक्षक मौजूद थे.