कर्नाटक पुलिस ने हुबली एनकाउंटर की जांच सीआईडी को सौंप दी है. आरोपी के परिवार का पता लगाने के लिए उसकी फोटो जारी की है.
कर्नाटक के हुबली में बीते 13 अप्रैल को एक व्यक्ति ने पांच साल की बच्ची की हत्या कर दी थी. उसी दिन पुलिस ने एनकाउंटर में आरोपी को मार गिराया था. अब सरकार ने पुलिस एनकाउंटर की जांच सीआईडी को सौंप दी है.
इससे पहले पुलिस ने आरोपी रितेश कुमार (35) की तस्वीर जारी की थी, ताकि उसके परिवार का पता लगाया जा सके.
हुबली के कर्नाटक मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान (केएमसीआरआई) के मुर्दाघर में रितेश कुमार का शव रखा हुआ, लेकिन उसकी पहचान करने के लिए अब तक कोई रिश्तेदार या परिचित नहीं आया है. इसलिए पुलिस ने फोटो के साथ बयान जारी किया है.
बयान में कहा गया है कि आरोपी का रंग गोरा, शरीर पतला, चेहरा पीला, लंबाई 5.3 मीटर और माथा चौड़ा है. उसके दाहिने हाथ पर हिंदी लिपि में ‘ओम नमः शिवाय जया संजय’ लिखा टैटू भी है. पुलिस ने अपील की है कि कोई भी व्यक्ति जो उसे पहचानता हो, वह तुरंत 0836-2233490 पर संपर्क कर सकता है.
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए जाने के बाद आरोपी रितेश ने पूछताछ में बताया कि वह पटना, बिहार का रहने वाला है. लेकिन अभी तक उसके परिवार को खबर नहीं दी गई है. पुलिस उसके परिवार के सदस्यों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है. बिहार के सभी पुलिस थानों में उसकी तस्वीर और पहचान की जानकारी भेज दी गई है. इस बीच हुबली पुलिस की एक और टीम पटना, बिहार गई है और आरोपी का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
सीआईडी टीम ने जांच शुरू की
मामला सीआईडी को सौंपे जाने के बाद हुबली शहर आए जांच अधिकारियों ने अशोकनगर थाने से फाइलें हासिल कीं. सीआईडी एसपी वेंकटेश के नेतृत्व में डीएसपी पुनीत कुमार और इंस्पेक्टर मंजूनाथ ने पुलिस से प्राथमिक जानकारी हासिल की. उन्होंने मामले से संबंधित कागजात और दस्तावेज भी हासिल किए.
इसके बाद सीआईडी की टीम उन जगहों पर गई, जहां बच्ची की हत्या की गई थी और आरोपी की गोली लगने से मौत हुई थी. इसके अलावा वे केएमसीआरआई अस्पताल के मुर्दाघर में भी गए और निरीक्षण किया.
पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी
आरोपी रितेश कुमार के शव का पोस्टमार्टम मंगलवार दोपहर को केएमसीआरआई के मुर्दाघर में सीआईडी अधिकारियों और पंचायत की मौजूदगी में किया गया. सीआईडी अधिकारियों की मौजूदगी में की गई जांच की पूरी वीडियोग्राफी की गई.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि चूंकि शव लेने के लिए कोई रिश्तेदार नहीं आया, इसलिए शव को कुछ दिनों तक सुरक्षित रखने की संभावना है और उसके बाद दफनाने की प्रक्रिया होगी.
डीसीपी महानिंगा नंदगावी ने ईटीवी भारत से कहा, “मामले की जांच के दौरान अगर आरोपी की पुलिस हिरासत में मौत हो जाती है, तो अदालत के आदेश के अनुसार मामले की जांच स्वेच्छा से की जाएगी. इस संदर्भ में बेंगलुरु से आई सीआईडी अधिकारियों की एक टीम ने मामले से संबंधित दस्तावेज सौंप दिए हैं और जांच शुरू कर दी है.”
गृह मंत्री की प्रतिक्रिया
एनकाउंटर पर कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा, ”हुबली में लड़की की हत्या के आरोपी के एनकाउंटर की जांच सीआईडी को सौंपी गई है. हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि जांच रिपोर्ट में क्या सामने आता है.’ बुधवार को बेंगलुरु के सदाशिवनगर में अपने आवास के पास मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि “जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी.”
13 अप्रैल को, आरोपी रितेश कुमार अशोकनगर थाने क्षेत्र में अपने घर के पास खेल रही एक बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया. उसने कथित तौर पर बच्ची का यौन उत्पीड़न किया और फिर उसकी हत्या कर दी.
जब पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच के लिए घटनास्थल पर ले गई, तो उसने पुलिस पर हमला कर दिया और भागने की कोशिश की. इस दौरान एक महिला पुलिस सब-इंस्पेक्टर ने उसे चेतावनी देने के लिए पहले हवा में तीन राउंड फायर किए. हालांकि, जब आरोपी ने भागने की कोशिश की, तो उसके पैर में गोली मारी गई. इस दौरान एक गोली उसकी पीठ में लगी और गंभीर रूप से घायल आरोपी रितेश कुमार को केएमसीआरआई अस्पताल लगाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
