हजारीबाग: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश भर में सुरक्षा व्यवस्था अलर्ट मोड में है. हजारीबाग में भी पुलिस अलर्ट है. एसपी अरविंद कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय है. उन्होंने कहा कि सभी थानों को अलर्ट मोड में रखा गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि विशेष कर सोशल मीडिया पर पैनी नजर बनाए हुए है.
एसपी ने बोकारो की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर हजारीबाग से कोई भी व्यक्ति आपत्तिजनक पोस्ट करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. एसपी ने कहा कि पहलगाम में हुई घटना का हजारीबाग से कोई कनेक्शन नहीं है. इस घटना में कोई भी संदिग्ध आतंकवादी का हजारीबाग से संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि घटना को देखते हुए हर एक बिंदु पर विशेष रूप से नजर रखी जा रही है.
उतरी छोटानागपुर प्रमंडलीय मुख्यालय हजारीबाग से आतंकियों का दो दशक से भी पूर्व का संंबंध रहा है. देश में हुए कई बड़े आतंकी घटनाओं में हजारीबाग का नाम सामने आया और यहां से आतंकी पकड़े भी गए. पहली बार 2002 में हजारीबाग सुर्खियों में आया था, जब कोलकाता के अमेरिकन सेंटर पर आतंकी हमला हुआ था. अंतिम बार 2017 में हजारीबाग का आतंकी कनेक्शन मामला सामने आया था. उस समय रोहिंग्या मामले में युवाओं को भड़काने और मिजोरम-मणिपुर में आतंकवादी संगठन अल कायदा का बेस कैंप बनाने की तैयारी में जुटे संदिग्ध आतंकवादी का झारखंड कनेक्शन सामने आया.
28 जनवरी 2002 को दो आतंकी सदर थाना क्षेत्र के खिरगांव मोहल्ले में मारे गए थे. इनमें इदरीश नाम का आतंकी घटनास्थल पर ही मारा गया था. वहीं सलीम अस्पताल में बयान देने के बाद मर गया था. सलीम ने बताया था कि दोनों पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हैं. उसने स्वीकारा था कि कोलकाता में 22 जनवरी 2002 को अमेरिकन सूचना केंद्र पर हमला करने में उसका हाथ था.
29 फरवरी 2012 को हजारीबाग स्थित पगमिल मोहल्ले के कश्मीर हाउस से लश्कर के आतंकी तौफिक को गिरफ्तार किया गया था. उसकी निशानदेही पर दिल्ली में इसके एक साथी एहतेशाम को भी गिरफ्तार किया गया था. तौसिफ पार्ट वन की पढ़ाई कर रहा था. उसके बाद 8 नवम्बर 2023 में भी आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े आतंकी को झारखंड एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया था.