Wednesday, April 16, 2025

शराबबंदी पर तेजस्वी की बेचैनी, कहीं कारोबार में तो नहीं हिस्सेदारी! केंद्रीय मंत्री ने लगाया गंभीर आरोप

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बिहार में शराबबंदी को लेकर सियासत गरमा गई है. तेजस्वी यादव के आरोपों पर JDU अध्यक्ष ललन सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी शराब माफियाओं से जुड़े हैं, इसलिए कानून को विफल बताकर तस्करों की ही पैरवी कर रहे हैं.

बिहार में शराबबंदी को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा पुलिस और तस्करों की मिलीभगत का आरोप लगाए जाने के बाद अब JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पलटवार किया है. उन्होंने तेजस्वी पर आरोप लगाया कि शराबबंदी को फेल बताने वाले खुद उन लोगों से जुड़े हैं जो शराब के अवैध धंधे में लिप्त हैं.

‘शराबबंदी से गरीब नहीं, माफिया परेशान’ – ललन सिंह

ललन सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा कि राज्य में लागू शराबबंदी कानून का उद्देश्य समाज को सुधारना है, न कि किसी खास वर्ग को निशाना बनाना. उन्होंने दावा किया कि कानून के नाम पर किसी गरीब को परेशान नहीं किया जा रहा, बल्कि इस कानून से सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को हो रही है जो पहले अवैध कारोबार में लगे थे.

तेजस्वी के आरोपों पर बोला हमला – ‘तस्करों से है गहरा नाता’

ललन सिंह ने तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, “शराबबंदी पर सवाल उठाने वालों को उन लोगों की चिंता है जो शराब के धंधे से जुड़े हैं. तेजस्वी यादव उन्हीं लोगों से आर्थिक लाभ लेते हैं और उनके हितों की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं.’

नीतीश कुमार को बताया अंबेडकर के सपनों का संवाहक

अपने बयान में ललन सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बाबासाहेब अंबेडकर के सपनों को साकार करने का काम किया है. शिक्षा, स्वास्थ्य, आरक्षण और समाज के वंचित तबकों के सशक्तिकरण में जो कार्य हुआ है, वह ऐतिहासिक है.

तेजस्वी ने सरकार को ठहराया था दोषी

गौरतलब है कि एक दिन पहले तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि राज्य में शराबबंदी कानून पूरी तरह फेल हो चुका है. उन्होंने आरोप लगाया था कि शराब तस्करी में पुलिस के अधिकारी तक शामिल हैं और कानून का इस्तेमाल सिर्फ गरीब और दलित-पिछड़ों को जेल भेजने के लिए हो रहा है.

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