रांची: चुनाव आयोग की कार्यशैली पर लगातार उठ रहे सवाल के बीच भारत निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर शिकायतों को दूर करने का निर्णय लिया है.
इसके तहत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने सभी जिलों के उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉफ्रेसिंग कर जिला स्तर पर ससमय राजनीतिक दलों की बैठक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी ईआरओ 17 मार्च तक अपने स्तर पर राजनीतिक दलों के साथ बैठक करते हुए उसका रिपोर्ट 19 मार्च तक रिपोर्ट सौंपेंगे.
वहीं सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी 22 मार्च तक बैठक कर 25 मार्च तक रिपोर्ट सौंपेंगे. राज्य भर से रिपोर्ट आने के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा भारत निर्वाचन आयोग को प्रतिवेदन भेजा जाएगा.
राजनीतिक दलों के साथ बैठक की क्यों नौबत आई!
हाल के दिनों में राजनीतिक दलों के द्वारा लगातार निर्वाचन से संबंधित कई तरह की शिकायतें आयी हैं. ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होने के साथ साथ चुनाव में प्रतिनियुक्त निर्वाचन पदाधिकारी की भूमिका पर भी सवाल उठते रहे हैं. हालिया हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी यह काफी सुर्खियों में रहा था उससे पहले झारखंड में भी विधानसभा चुनाव के दौरान यही स्थिति देखी गई. बंगाल एवं बिहार यूपी के गैर भाजपा नेता आयोग पर सवाल खड़े करते रहे हैं. निर्देश के मुताबिक सभी जिलों से प्राप्त रिपोर्ट को भारत निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा.
इस बैठक के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार,संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देवदास दत्ता, ईआरओ गढ़वा संजय कुमार, निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुमार के अलावे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त निर्वाचन पदाधिकारी मौजूद रहे.