रांची: झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी द्वारा शरीयत और संविधान को लेकर दिए गए बयान के विरोध में गुरुवार 17 अप्रैल को महानगर भाजपा की ओर से शहीद चौक से राजभवन तक आक्रोश मार्च निकाला गया. इस दौरान भाजपाइयों ने मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की. अब भाजपा के इस आक्रोश प्रदर्शन पर कांग्रेस की ओर से तीखी प्रतिक्रिया दी गई है. कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड की राजनीति में अप्रांसगिक हो चुकी भाजपा सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम करने में लगी है और वह माहौल खराब करने की कोशिश में लगी है.
भाजपा के आक्रोश प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या कभी आपने सुना है कि बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, देश के लिए मेडल लाने वाली खिलाड़ी बेटियों के सम्मान के सवाल पर, हाथरस और कठुआ के सवाल पर या फिर अमेरिकी ट्रंप सरकार द्वारा भारतीयों को अपमानित कर भारत भेजने के सवाल पर भाजपा ने आक्रोश प्रदर्शन किया हो? कांग्रेस नेता ने कहा कि एक अल्पसंख्यक मंत्री, जिसने अपने बयान को लेकर सफाई भी दे दी है बावजूद भाजपा के नेता इसे मुद्दा सिर्फ इसलिए बना रहे हैं, क्योंकि उन्हें वोट की राजनीति करनी है.
क्या कहा था मंत्री हफीजुल हसन ने?
हेमंत सरकार में झामुमो कोटे से मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा था कि उनके दिल में कुरान और हाथ में संविधान है. उनके लिए शरीयत का कानून पहले है और उसके बाद कुछ और है. भाजपा ने इसे संविधान का अपमान बताते हुए हफीजुल हसन को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है.