पूछताछ में यह खुलासा नहीं हो पाया है कि गिरफ्तार चीनी नागरिक किस साजिश के तहत भारत में घुसपैठ कर रहे थे. वे किसी विध्वंसकारी घटना को अंजाम देनेवाले थे या सामरिक स्थानों की सूचना इकट्ठा करने आए थे. इन तमाम बिंदुओं पर सीमा पर सक्रिय सुरक्षा एजेंसी गहन जांच में जुटी है.
मोतिहारी. भारत और पाकिस्तान में चल रहे तनाव के बीच नेपाल बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) ने चीन के 4 संदिग्ध नागरिकों को पकड़ा है. ये नेपाल के रास्ते में भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे. एसएसबी की यह कार्रवाई भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर किए ऑपरेशन सिंदूर के कुछ ही घंटों के बाद की है. चीनी नागरिकों को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल पर स्थित नेपाल की सीमा पर चेकिंग के दौरान पकड़ा गया.
दो नेपाली गाईड भी पकड़ाया
एसएसबी की 47 वीं बटालियन के जवानों ने यह कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि चीनी नागरिक दो नेपाली महिला गाइड की आड़ लेकर ई रिक्शा से रक्सौल बॉर्डर से भारतीय सीमा में घुसपैठ का प्रयास कर रहे थे. तभी एसएसबी के जवानों ने उन्हें पकड़ लिया. नेपाली मूल की शक्ल से मिलते-जुलते चार चीनी नागरिकों से पूछताछ में उनकी भाषा अलग पाई गई. तलाशी लेने पर उनके पास से चाइनीज पासपोर्ट बरामद हुआ.
नेपाल के वीजा पर आ रहे थे भारत
एसएसबी पोस्ट इंचार्ज इंस्पेक्टर विकास कुमार ने बताया कि चीनी नागरिकों में डेन विजोन, लीं युन्गाधौई, हि क्युं हैनसेन एवं हुवाग लिविंग शामिल है, जो चीन के हुनान सिटी के बताए जा रहे हैं. सभी चीनी नागरिक नेपाल के वीजा पर वगैर वीजा के अवैध रूप से भारत में घुसपैठ करने की ताक में थे. उनके पास से 5 मोबाइल फोन, 8 हजार चीनी करेंसी बरामद हुई है. उन्हें जब्त कर लिया गया है.
सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
एसएसबी ने बताया कि गिरफ्तार चीनी नागरिकों से पूछताछ के बाद उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई के लिए होगी. तत्काल सभी घुसपैठिये को पुलिस को सौंप दिया गया है. हरैया थानाध्यक्ष किशन कुमार पासवान ने बताया कि लिखित रूप में एसएसबी के आवेदन देने पर केस दर्ज कर लिया है. मोतिहारी के एसपी स्वर्णप्रभात ने बताया कि दो नेपाली महिला गाइड को मुक्त कर दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियों को चीनी नागरिकों के पकड़े जाने के बारे में जानकारी दी गई है. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत नेपाल बॉर्डर पर हाई अलर्ट है.
