रांचीः भारत निर्वाचन आयोग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए चुनाव कार्य में लगे बूथ स्तर अधिकारी यानी बीएलओ का पहचान पत्र जारी करने का निर्णय लिया है. आयोग के ताजा निर्देश के मुताबिक ईआरओ द्वारा नियुक्त सभी बीएलओ को मानक फोटो पहचान पत्र जारी किए जाएंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मतदाता सत्यापन और पंजीकरण अभियान के दौरान नागरिक बीएलओ को पहचान सकें और उनके साथ विश्वासपूर्वक बातचीत कर सकें.
बीएलओ को मानक पहचान पत्र दिए जाने के पीछे की वजह यह है कि चुनाव संबंधी कार्य के दौरान मतदाताओं और ईसीआई के बीच पहले इंटरफेस के रूप में, यह महत्वपूर्ण है कि घर-घर जाकर काम करने के दौरान बीएलओ को जनता आसानी से पहचान सके. भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा लिए गए निर्णय की जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने दी है. जानकारी के मुताबिक मतदाता सूची को सटीक और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार द्वारा यह निर्णय लिया गया है.
मतदाता सूचना पर्ची सरल सहज रूप में दिखेगा
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लिए गए एक अन्य निर्णय में अब भारत के महापंजीयक से मृत्यु पंजीकरण डेटा इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्राप्त करेगा. इससे यह सुनिश्चित होगा कि निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों को पंजीकृत मौतों के बारे में समय पर जानकारी मिले. इससे बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ भी फॉर्म 7 के तहत औपचारिक अनुरोध का इंतजार किए बिना फील्ड विजिट के जरिए जानकारी को फिर से सत्यापित कर सकेंगे.
वोटर स्लिप को सरल सहज बनाने का निर्णय लिया गया है, जिसके तहत इसके डिजाइन बदले जायेंगे. वोटर स्लिप में मतदाता की क्रम संख्या और भाग संख्या अब अधिक प्रमुखता से बड़े अक्षरों में प्रदर्शित की जाएगी, जिससे मतदाताओं के लिए अपने मतदान केंद्र की पहचान करना आसान हो और मतदान अधिकारियों के लिए मतदाता सूची में उनके नाम को ढूंढने में आसानी होगी.