एजेंसी अब इसके अप्रोच रोड भी बनाने लगा है. पिलर की खुदाई से निकली मिट्टी से भर कर रोड बनाने का काम किया जा रहा है. अभी जो मिट्टी भरी जा रही है वह अपने प्लांट के पीछे वैसी जगहों पर जहां से अलाइनमेंट निर्धारित किया गया है.
भागलपुर. उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले समानांतर पुल के बनने का इंतजार अभी दो साल और करना पड़ेगा. यह फोरलेन पुल 2027 तक चालू हो सकेगा. इसी लक्ष्य को लेकर निर्माण कार्य में तेजी आयी है. 40 में 12 पिलरों का वेलकैप पूरा हो चुका है और इस माह तक तीन और यानी 15 पिलर का वेलकैप पूरा हो जायेगा. वेल कैप के बाद पियर हेमर बनाने का काम जून तक होगा. बरारी की ओर दो पिलर पर सरिया डालने का काम हो चुका है. वहीं, गंगा की धार में आठ पिलर का काम चल रहा है. बरसात से पहले नवगछिया की ओर 10 पिलरों के सुपर स्ट्रक्चर का काम शुरू करने की योजना है.
फोरलेन पुल के सिग्मेंट बनाने का काम
फोरलेन पुल के सिग्मेंट बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है. 1700 सिग्मेंट बनाये जायेंगे. महिला आइटीआइ कालेज के बगल में यार्ड में इसकी तैयारी शुरू कर दी है. दो माह पूर्व ही सुपर स्ट्रक्चर के डिजाइन यानि ड्राइंग को मोर्थ की मंजूरी मिल चुकी है.
अप्रोच रोड भी बनने लगा
प्रोजेक्ट डायरेक्ट ने बताया कि एजेंसी अब इसके अप्रोच रोड भी बनाने लगा है. पिलर की खुदाई से निकली मिट्टी से भर कर रोड बनाने का काम किया जा रहा है. अभी जो मिट्टी भरी जा रही है वह अपने प्लांट के पीछे वैसी जगहों पर जहां से अलाइनमेंट निर्धारित किया गया है. फोरलेन समानांतर पुल का अप्रोच रोड भागलपुर की ओर पुल से पुराने टोल प्लाजा तक विक्रमशिला सेतु के अप्रोच रोड तक होगा. यहां कनेक्टिविटी की वजह से जंक्शन के तौर पर विकास किया जायेगा. विक्रमशिला सेतु का अप्रोच रोड को एनएच 131 का दर्जा मिल चुका है और इसको भी फोरलेन बनाने की तैयारी चल रही है. इस माह में डीपीआर तैयार हो जायेगा.