Wednesday, May 14, 2025

बेटी की जुदाई का गम बर्दाश्त नहीं कर सका पिता, समधी मिलन के दौरान तोड़ दिया दम

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गया जिले के बोधगया प्रखंड के जैतिया गांव में बेटी की विदाई को पिता सहन नहीं कर सका. जिसके बाद शादी के उत्साह और खुशी का माहौल अचानक मातम में बदल गया.

बिहार के गया में उस वक्त पूरा गांव रोने लगा, जब एक पिता ने बेटी की विदाई को सहन नहीं कर सका. इधर बेटी की डोली निकली, उधर पिता ने दम तोड़ दिया. यह घटना उस वक्त हुई, जब बेटी की विदाई के दौरान समधी मिलन हो रहा था, तभी तभी दुल्लहन के पिता सिद्धनाथ सिंह को सीने में तेज दर्द हुआ. परिजन आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. कुछ देर पहले जिस घर के बाहर ढोल-नगाड़े बजे थे, चंद घंटे बाद वहां मातमी सन्नाटा छा गया

शादी का उत्साह मातम में बदला

जानकारी के अनुसार, गया जिले के जैतिया गांव के रहने वाले सिद्धनाथ सिंह की बेटी नेहा कुमारी की शादी नालंदा जिले के देवधा गांव निवासी गौरव कुमार के साथ पूरे उत्साह और रीति-रिवाज से संपन्न हुई. घर में शादी की शहनाइयों की गूंज थी, हर कोई खुश था. दुल्हन के पिता भी अपनी बेटी की शादी में पूरे गर्व के साथ शादी समारोह के हर रस्म में व्यस्त थे. मध्य रात्रि के बाद कन्या दान भी हुआ. पिता ने बेटी को सुबह हंसी-खुशी विदा किया, लेकिन बेटी की विदाई के दौरान सीने में दर्द शुरू हुआ और उन्होंने दम तोड़ दिया.

बेटी की विदाई बर्दाश्त नहीं कर पाया पिता

ग्रामीणों का कहना है कि पिता अपनी बेटी की जुदाई का गम बर्दाश्त नहीं कर सके. जिस वजह से उनकी मौत हो गई. एक ओर बेटी की डोली निकली, तो दूसरी और पिता की अर्थी, यह दृश्य देखकर पूरे गांव के लोगों की आंखें नम हो गई. बतादें कि 11 मई को शादी समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ. काफी भव्य तरीके से शादी समारोह का आयोजन किया गया था. वहीं सोमवार को बेटी की विदाई का समय नजदीक आते ही सिद्धनाथ सिंह तबीयत बिगड़ गई. उसके बाद अस्पताल में इलाज करा रहे सिद्धनाथ सिंह की मौत हो गई. इस तरह एक ओर जहां बेटी की डोली निकली, तो दूसरी ओर कुछ समय बाद ही पिता की भी अर्थी उठी. इस घटना से पूरे गांव में मातम छाया हुआ है.

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