दुनिया के पूर्व नंबर वन डबल्स टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति ने शनिवार को पटना संगहालय में कहा कि देश में टेनिस का चैंपियन बनाने के लिए कोई सिस्टम नहीं है. क्रिकेट में बीसीसीआई अंडर-14, 16, 19 टूर्नामेट के द्वारा कम उम्र मे चैपियंस तैयार करती है. उस तरह से टेनिस में सिस्टम नहीं है. इसके लिए मैं 20 साल से आवाज उठा रहा हूं. महेश भूपति ने बताया कि बिहार में इसी वर्ष टेनिस एकेडमी खुलेगी. इसमे अच्छे कोच की व्यवस्था की जायेगी. वहीं, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीदण शंकरण ने बताया कि बिहार में टेनिस के विकास की संभावनाओं पर चर्चा के बाद एक सक्षम योजना बनायी जायेगी और इस वर्ष ही उसपर गंभीरता के अमल किया जायेगा. महेश भूपति ने खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव बी राजेदर, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीदण शंकरण और खेल विभाग के निदेशक महेद कुमार के साथ बिहार में टेनिस खेल के विकास पर विस्तार से चर्चा की.
धर्य रखना जरुरी
महेश भूपति ने बताया कि टेनिस खिलाड़ी मे मेहनत और लगन के साथ धैर्य भी बहुत जरूरी है. 10-12 वर्ष की उम्र में ही इस खेल में प्रतिभा के चयन के बाद उनको निखारने में कम से कम
सात से आठ वर्ष लग जाते है. बीच बीच में निराशा और हताशा के कण आते है. मगर सकारात्मक रूप से इसका सामना कर अपने बड़े लक्ष्य को ध्यान में रख निरंतर अभ्यास और मेहनत करते रहना जरूरी है.
कोच की है बहुत कमी
टेनिस में अच्छे पशिकको की भी बहुत कमी है. टेनिस इंडीविजुअल गेम है, इसलिए अच्छे प्रशिक्षक उतनी बड़ी संख्या में उपलब्ध नहीं हो पाते है. सरकार को टेनिस खेल को बढ़ाने के लिए इसका माहौल और व्यवस्था बनाने के साथ अच्छे प्रशिक्षक तैयार करने पर भी ध्यान देना चाहिए. भारत और बिहार में खेल प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. सरकार से सहयोग मिले तो कई अंतर्राष्टरीय स्तर के खिलाड़ी निकल सकते है.