बिहार कांग्रेस प्रभारी नियुक्त होने के बाद कृष्णा अल्लावरु पहली बार पटना पहुंचे. पटना पहुंचने पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. वह पटना एयरपोर्ट से सीधे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम पहुंचे. यहां उन्होंने प्रदेश कार्यालय में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. कृष्णा अल्लावरु ने कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लड़ाई छोटी हो या बड़ी, लड़ाई जीतने के लिए लड़ी जानी चाहिए. बिहार में कांग्रेस भी लड़ाई लड़ेगी और न केवल जीतने के लिए लड़ेगी, बल्कि जीतेगी भी.
काम करने वाले नेताओं को दिया जाएगा सम्मान – कृष्णा अल्लावरु
कृष्णा अल्लावरु ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यह संदेश साफ दे दिया कि काम करने वाले नेताओं को सम्मान दिया जाएगा. उन्होंने बुधवार को दिल्ली में पार्टी के नेताओं की एक बैठक की चर्चा करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कहा है कि रेस के घोड़े रेस और बारात के घोड़े बारात में ही लगाए जाएंगे.
अब ऐसा नहीं होगा…
कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि पार्टी की यह कमी रही है कि हम रेस के घोड़े को बारात में और बारात के घोड़े को रेस में लगा देते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि वे जब तक बिहार के लोगों के साथ रहेंगे, तब तक जो कार्यकर्ता खून-पसीना लगाकर लड़ाई लड़ेगा, उसे सम्मान भी दिया जाएगा.
अलग-अलग जिलों का दौरा करेंगे कांग्रेस प्रभारी
कृष्णा अल्लावरु ने कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में काम करने का संदेश देते हुए यह भी कहा कि लड़ाई सदाकत आश्रम में नहीं, बल्कि मैदान में होगी. गुटबाजी से कोई लड़ाई नहीं जीती जा सकती. उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि सिंहासन कुर्सी ही होती है, लेकिन सिंह जिस कुर्सी पर बैठता है, वह खुद सिंहासन हो जाता है. उन्होंने कहा कि जल्द ही बिहार के अलग-अलग जिलों का दौरा करेंगे. उनके इस कार्यक्रम की घोषणा जल्दी ही होगी.