Wednesday, May 14, 2025

पटना का पारा बढ़ते ही बिजली खपत 710 मेगावाट तक पहुंची, कई इलाकों में ट्रिपिंग

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पटना शहर में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचते ही बिजली की दैनिक खपत 712 मेगावाट तक पहुंच गयी, जाे इस साल का सर्वाधिक है.

राजधानी में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचते ही बिजली की दैनिक खपत 712 मेगावाट तक पहुंच गयी, जाे इस साल का सर्वाधिक है. इसके कारण शनिवार की देर रात फुलवारी, कदमकुंआ, बेऊर समेत कई फीडरों में ओवरलोडिंग के कारण रातभर विद्युत आपूर्ति में बाधा आयी. वहीं, पेसू पश्चिम के फुलवारीशरीफ फीडर की बिड़ला कॉलोनी, वाल्मी इलाके में शनिवार की रात आठ बजे से रात 12 बजे तक टिपिंग के कारण बिजली आती-जाती रही, जिससे इन मुहल्लों में रहने वाले करीब 50,000 से अधिक लोग परेशानी रहे. कदमकुआं में भी देर रात बिजली तार में आग लगने से बिजली कट गयी. हालांकि, 20 मिनट के बाद बिजली बहाल कर दी गयी. कंकड़बाग-1 बिजली प्रमंडल के कई मुहल्लों में रात 11 बजे एक घंटे से अधिक बिजली कटने से इलाके में लोगों की भीषण गर्मी के कारण नींद खराब हो गयी. वहीं, कंकड़बाग-1 के आजाद नगर, खासमहल, एमआइजी चिड़ैयांटाड, रामविलास चौक में बिजली आंख-मिचौली खेलती रही. बेऊर में ट्रांसफॉर्मर ट्रिप हाेने के कारण महावीर कॉलोनी, हरनीचक में भी कई बार बिजली कट का सामना करना पड़ा.

जमीन आवंटन नहीं होने से पीएमसीएच में नहीं बन पा रहा ग्रिड

राजधानी में बिजली आपूर्ति के लिए 12वें ग्रिड के लिए पीएमसीएच परिसर के पास जगह चिह्नित की जा चुकी है. लेकिन, करीब एक साल से अधिक समय से पीएमसीएच के पास जमीन आवंटन नहीं होने के कारण ग्रिड निर्माण का काम फिलहाल रुका हुआ है. पेसू अधिकारी ने बताया कि शहर में अभी 11 ग्रिड वर्किंग हैं. लेकिन हर साल तेजी से बिजली की मांग बढ़ती जा रही है. इसको पूरा करने के लिए 12वें ग्रिड का निर्माण होना बेहद जरूरी हो गया है. पीएमसीएच कैंपस के पास जमीन आवंटन नहीं होेने के कारण फिलहाल इसका काम शुरू नहीं हो पा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार शहर में दो सालों के भीतर करीब पांच नये पावर सब स्टेशन का निर्माण किया जाना है.

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