धनबाद: होली पर्व में इस बार एक्साइज विभाग को उम्मीद है कि आम दिनों की अपेक्षा होली में तीन गुना शराब की बिक्री होगी. होली पर्व में शराब के शौकीन इसका सेवन जरूर करते हैं. इस बार 5 करोड़ का राजस्व मिलने की उम्मीद है. वहीं दूसरी ओर सरकारी शराब की दुकानों में मनमानी भी जोर शोर से चल रही है.
ग्राहकों से अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं
धनबाद कोयलांचल में इन दिनों सरकारी शराब की दुकानों में कंपनी की मनमानी चलाने का आरोप है. जिले में कुल 140 सरकारी शराब की दुकानों का बंदोबस्त है. लगभग सभी दुकानों पर शराब की प्रिंट रेट से अधिक ग्राहकों से पैसे वसूले जा रहे हैं. आये दिन शराब की दुकानों में प्रिंट रेट से ज्यादा राशि की वसूली की जाती है.
शराब की बोतलों पर अलग-अलग रेट से वसूली की जाती है. इसे लेकर कई बार ग्राहकों और शराब सेल्समैन में कहासुनी भी हो जाती है. हालांकि इससे शराब की दुकान संचालकों को कोई फर्क नही पड़ता है. प्रिंट दाम से अधिक शराब में वसूली करने का काम आराम से कर रहे हैं.
एक्साइज विभाग को क्या इसकी खबर नहीं है?
हैरत है कि एक्साइज विभाग को नकली शराब फेक्ट्री में शराब बनने की गुप्त सूचना मिल जाती है. छोटे होटलों में शराब बेचने की जानकारी भी मिल जाती है, लेकिन खुद सरकारी शराब की दुकानों में ग्राहकों से प्रिंट दाम से अधिक दाम लेने की सूचना नहीं मिल पाती है.
धनबाद शहर के रांगाटंड, जोड़ाफाटक, चोरागोड़ा आदि स्थानों पर शराब की दुकानों में हर दिन शराब की बोतलों पर 10 रुपये से लेकर 40 रुपये तक अधिक राशि की वसूली की जाती है. दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र में तो देखने वाला भी कोई नहीं है. जो प्रिंट रेट पर शराब लेना चाहता है, उसको दुकान से शराब नहीं दी जाती है. यह हाल तब है, जब सरकारी व्यवस्था के अधीन दुकानों में शराब बिक रही है.
ग्राहकों ने कहा अधिक दाम लिया जाता है, विरोध का कोई फर्क नहीं पड़ता
स्थानीय लोगों का कहना है कि शराब की दुकान वाले शराब माफिया बन गए हैं. प्रिंट दाम से अधिक वसूली, अधिकारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है. यह एक आर्थिक अपराध है. वैसे लोगों पर कार्रवाई होना चाहिए.
वहीं एक्साइज विभाग कमिश्नर रामलीला रवानी ने कहा कि प्रिंट दाम से अधिक ग्राहकों से पैसा नहीं लेना है. अगर किसी शराब की दुकान में ऐसा हो रहा है तो कार्रवाई होगी. इससे पहले सूचना मिलने पर 14 लाख का जुर्माना कंपनी पर किया गया था. होली में इस बार तीन गुना खपत शराब की होगी. अच्छा राजस्व विभाग को मिलेगा.