देवघर: जिले के बाजला चौक स्थित एक निजी क्लीनिक में एक बच्चे की मौत के बाद रविवार को काफी हंगामा देखने को मिला. घटना को लेकर निजी क्लीनिक के चिकित्सक डॉ कुंदन कुमार ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि शनिवार देर शाम एक परिजन अपने बच्चे को गंभीर स्थिति में इलाज करवाने के लिए क्लीनिक लेकर पहुंचे थे. बच्चे की स्थिति काफी गंभीर थी. गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर कुंदन ने त्वरित एडमिट करने की सलाह दी. लेकिन परिजन बच्चों को तत्काल एडमिट नहीं करवाया.
डॉ कुंदन ने बताया कि शाम में जब परिजन बिना इलाज करवाएं ही वापस लौट गए तो फिर अगली सुबह यानी रविवार को परिजन बच्चा को लेकर दोबारा क्लीनिक पहुंचे. जहां पर जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि बच्चे की मौत हो चुकी है. लेकिन परिजन डॉक्टर की एक भी बात सुनने को तैयार नहीं थे और वह पूरे क्लीनिक परिसर में हंगामा करने लगे. आक्रोशित परिजनों को समझाने के बावजूद भी वह नहीं माने और क्लीनिक में मौजूद स्वास्थ्य कर्मी और कर्मचारियों के साथ मारपीट शुरू कर दी.
जब क्लीनिक के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर कुंदन ने आक्रोशित लोगों को समझने का प्रयास किया तो परिजन डॉक्टर पर ही हमला करने लगे. जिसमें डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए. जिनका इलाज सदर अस्पताल में कराया गया. वहीं पूरे मामले पर जब परिजन से बात करने की कोशिश की गई तो कोई भी कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आए. परिजनों ने कहा कि अभी उनकी मनोस्थिति ठीक नहीं है. वह इस घटना को लेकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाएंगे.
इस पूरे मामले पर नगर थाना की पुलिस से जब जानकारी लेने की कोशिश की गई तो नगर थाना पुलिस की तरफ से यह बताया गया कि डॉक्टर कुंदन की तरफ से लिखित आवेदन दिया गया है. वहीं परिजनों की तरफ से भी शिकायत की गई है. पुलिस पूरे मामले की जानकारी ले रही है, ताकि उचित कार्रवाई की जा सकें. घटना के बाद झारखंड की झासा और आईएमए संगठन ने भी विरोध किया है. झासा और आईएमए की तरफ से यह कहा गया है कि यदि प्रशासन और सरकार की तरफ से उचित कार्रवाई और अगले 48 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जाती है तो आने वाले समय में सभी डॉक्टर आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे.