भारत का तुर्की और अजरबैजान के साथ 12 अरब डॉलर का व्यापार है.
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव का असर तुर्की और अजरबैजान की यात्रा करने वाले भारतीयों पर भी पड़ने वाला है. जिन्होंने सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तान को समर्थन जताया है. इन देशों के भारत के साथ 12 बिलियन डॉलर के व्यापार में पर्यटन सिर्फ एक है.
विदेश मंत्रालय (MEA) के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में भारत अजरबैजान के कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा डेस्टिनेशन था. अजरबैजान के कुल कच्चे तेल निर्यात में भारत का हिस्सा 7.6 फीसदी था, जिसकी कीमत 1.227 बिलियन डॉलर थी.
भारत-अजरबैजान का व्यापार
अजरबैजान के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार 2005 में लगभग 50 मिलियन डॉलर से बढ़कर 2023 में 1.435 बिलियन डॉलर हो गया, जिसके साथ भारत अजरबैजान का सातवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वर्ष के दौरान अजरबैजान से भारत का आयात 1.235 बिलियन डॉलर और निर्यात 201 मिलियन डॉलर था.
भारत-तुर्की का व्यापार
भारत-तुर्की व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ हाल के वर्षों में तुर्की के साथ भारत के आर्थिक जुड़ाव ने नई गति प्राप्त की है, जो 2022-23 में 13.80 बिलियन डॉलर को पार कर गया. वित्त वर्ष 2023-24 में तुर्की के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार 10.43 बिलियन डॉलर था, जिसमें भारत का उस देश को निर्यात 6.65 बिलियन डॉलर और आयात 3.78 बिलियन डॉलर था.
डीपीआईआईटी का कहना है कि अप्रैल 2000-दिसंबर 2023 की अवधि के लिए तुर्की से भारत में कुल एफडीआई 227.5 मिलियन डॉलर था और अगस्त 2000-मार्च 2024 की अवधि के लिए तुर्की में कुल भारतीय निवेश लगभग 200 मिलियन डॉलर था.
तुर्की में भारतीय पर्यटकों की संख्या
पिछले एक साल में दोनों देशों में भारतीय पर्यटकों की संख्या में भारी उछाल आया है. आंकड़ों के अनुसार 2023 में अजरबैजान में भारत से 117,302 पर्यटक आए, जो 2022 (60,731) में आने वाले पर्यटकों की संख्या से लगभग दोगुना है. 2024 में 243,000 भारतीय देश का दौरा किए.
दिल्ली और बाकू के बीच सीधी उड़ान कनेक्टिविटी है, जिसमें प्रति सप्ताह दस उड़ानें हैं. 7 इंडिगो से और 3 अजरबैजान एयरलाइंस से संचालित हैं. भारत अब रूस, तुर्की और ईरान के बाद अजरबैजान के लिए पर्यटकों का चौथा सबसे बड़ा स्रोत है. तुर्की में भारतीय यात्रियों की संख्या में 20 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई. पिछले साल 3.3 लाख भारतीय पर्यटकों ने तुर्की का दौरा किया, जो 2023 की तुलना में 20.7 फीसदी अधिक था जब 2.74 लाख भारतीय देश आए थे.
कई होटल और पर्यटन प्लेटफार्मों ने भारतीयों से दोनों देशों की अनावश्यक यात्रा से बचने का अनुरोध किया है और कुछ ने आगे की बुकिंग लेना बंद कर दिया है.
तुर्की पाकिस्तान की कर रहा मदद
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अन्य राज्यों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की भारी सैन्य बढ़ोतरी का संबंध तुर्की से था. तुर्की के उपलब्ध कराए गए 300-400 ड्रोनों का इस्तेमाल पाकिस्तान ने भारत में सैन्य और नागरिक दोनों क्षेत्रों को निशाना बनाने के लिए किया था. ऑपरेशन सिंदूर पर एक विशेष प्रेस वार्ता में सरकार ने कहा कि इन ड्रोनों का इस्तेमाल लद्दाख के लेह से लेकर गुजरात के सर क्रीक तक समूची पश्चिमी सीमा पर 36 स्थानों पर भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ और उल्लंघन करने के लिए किया गया.