डायन-बिसाही के अंधविश्वास में दो विधवाओं की हत्या कर शव दफना दिया गया. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ये घटना पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी प्रखंड का है. घटना के छह दिनों बाद पुलिस ने कब्र से शवों को निकाला और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
मुसाबनी (पूर्वी सिंहभूम)-पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी प्रखंड में डायन-बिसाही के अंधविश्वास में दो विधवाओं की गला घोंटकर हत्या के बाद शवों को नाले किनारे दफना दिया. घटना मुसाबनी थाना क्षेत्र की पारुलिया पंचायत स्थित सिरमतडीह टोला में बीते 14 मई की है. पुलिस ने छह दिनों बाद 20 मई को पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनकी निशानदेही पर कब्र से शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. लाश को दफनाने में प्रयुक्त कुदाल व गैंता भी बरामद किया है. आरोपियों ने पुलिस के समक्ष हत्या की बात स्वीकारी है. आरोपियों ने 14 मई की रात पोगला पुरती और चोको बोदरा के घर में घुसकर गला घोंटकर हत्या कर दी. रात में ही दोनों के शवों को डंडे से बांधकर नाले के समीप ले गये. वहां गड्ढा खोदकर दफना दिया. डिबरु हांसदा, सोमा बोदरा, छोटका बोदरा, मांगू हांसदा व संधीर पूर्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है.
14 मई से लापता थी दोनों, अपहरण की थी आशंका
14 मई, 2025 से दोनों विधवा (पोगला पुरती और चोको बोदरा) लापता थी. इस संबंध में पोगला के पुत्र और चोको की भतीजी ने मुसाबनी थाना में लिखित आवेदन देकर अपहरण की आशंका जतायी थी. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की. 20 मई को मुसाबनी थाना प्रभारी अनुज सिंह, एसआइ बिलकन बागे के नेतृत्व में पुलिस सिरमतडीह पहुंची. ग्रामीणों से पूछताछ के बाद दोहरे हत्याकांड का पता लगाया. पुलिस इंस्पेक्टर ऋषिकेश मरांडी की उपस्थिति में सिरमतडीह जुड़िया नाला के किनारे से दोनों शवों को कब्र से निकाला गया.
बीमार बेटी की मौत के लिए विधवाओं को मान रहा था दोषी
गांव की सोमा बोदरा की बेटी की कुछ दिन पहले बीमारी से मौत हो गयी थी. परिवार वाले इसे डायन-बिसाही से जोड़कर देख रहे थे. गांव की विधवा पोगला पुरती (50) और चोको बोदरा (40) को दोषी मान रहे थे. विधवा पोगला घर में अकेले रहती थी. उसकी बेटी की शादी हो गयी है. उसका बेटा अपने मामा घर दलमाबेड़ा में रहता है. वहीं, विधवा चोको बोदरा का बेटा बाहर मजदूरी करने गया है. वह भी घर में अकेली रहती थी.
अंधविश्वास में हत्या की घटना ने लोगों को झकझोरा
डायन का आरोप लगाकर दो विधवाओं की हत्या की घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर दिया है. मंगलवार को शवों को कब्र से निकालने के समय पारुलिया के ग्राम प्रधान अशोक सोरेन, पारुलिया पंचायत के मुखिया नंदी, पंचायत समिति सदस्य हरि शरण महाकुड़, शंभू गागराई समेत ग्रामीण उपस्थित थे.