झारखंड के प्रवासी मजदूर रेशका हेंब्रम की गुजरात के सूरत में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी. रविवार सुबह रेशका का शव रजडेरवा गांव पहुंचा. इसके बाद पूरे गांव में मातम पसर गया. मृतक के साथी ने फोन पर उसके परिजनों को हादसे की जानकारी दी थी.
झारखंड के एक प्रवासी मजदूर की गुजरात में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी. इसके बाद उसके शव को सूरत से गांव पहुंचा दिया गया. शव पहुंचते ही मृतक के गांव में मातम पसर गया. जानकारी के अनुसार, गुजरात के सूरत में बीते शुक्रवार यानी 23 मई को दो मंजिला बिल्डिंग से गिरने के कारण गोमिया के एक प्रवासी मजदूर रेशका हेंब्रम की मौत हो गई. मृतक गोमिया के चतरो चट्टी थाना क्षेत्र के राजडेरवा गांव का रहने वाला है. वह सूरत में सेटरिंग मिस्त्री का काम करता था. वह गुजरात में गोमिया के साथी मजदूर मोहन मुर्मू के साथ रहता था. मोहन ने फोन पर रेशका की मौत की खबर परिवारवालों को दी.
मृतक के साथी ने क्या बताया
मृतक के साथी मोहन ने बताया कि हम तीन लोग खाना खाने के बाद दो मंजिला बिल्डिंग की छत पर सोने चले गए थे. जब सुबह 4 बजे नींद खुली, तो उसने रेशका हेंब्रम को गायब पाया. इस पर उसने रेशका को ढूंढा. काफी खोजबीन करने पर देखा कि रेशका बिल्डिंग के नीचे गिरा हुआ है. उसने आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी. फिर, उसे लेकर अस्पताल पहुंचा, जहां चिकित्सकों ने रेशका को मृत घोषित कर दिया.
बीडीओ ने दिया मुआवजे का आश्वासन
मोहन ने कहा कि संभावना है कि हमलोग के सो जाने के बाद वह देर रात को शौच के लिए उठ छत के किनारे चला गया और तभी नीचे गिर गया होगा. स्थानीय पुलिस ने उसका पोस्टमॉर्टम कराकर शव हमें सौंप दिया है. रविवार सुबह रेशका का शव रजडेरवा गांव पहुंचा. शव पहुंचते ही गांव में मातम पसर गया. रेशका की पत्नी सोली मुनी देवी, भाई सानू मांझी सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इस घटना पर बीडीओ महादेव कुमार महतो ने कहा कि मृतक की पत्नी को सरकार से मिलने वाला मुआवजा दिलवाया जायेगा. साथ ही पत्नी को विधवा पेंशन के अलावा पारिवारिक लाभ भी मिलेगा.