गिरिडीह : मैट्रिक परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच कर रहे कोडरमा एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह सोमवार को एक बार फिर गिरिडीह पहुंचे हैं. यहां एसडीपीओ ने तिसरी के बीडीओ मनीष से पूछताछ की है. बीडीओ के अलावा गिरिडीह शहर स्थित स्ट्रांग रूम के प्रभारी और यहां तैनात सुरक्षा अधिकारी से भी पूछताछ की गयी है. तीनों से समाहरणालय में ही पूछताछ की गयी है. बताया जाता है कि इसके बाद उन 10 शिक्षकों से पूछताछ की जायेगी जो स्ट्रांग रूम में तैनात थे.
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को एसडीपीओ ने स्ट्रांग रूम के प्रभारी से मजदूरों को लगाने, प्रश्नपत्र उतारने से लेकर उसे सीरियल नंबर के साथ कमरे के अंदर रखने तक की पूरी प्रक्रिया के बारे में पूछताछ की है. बीडीओ से यह भी पूछा गया कि वे किस दिन प्रश्नपत्र लेने आये थे, उन्हें कैसे पता नहीं चला कि प्रश्नपत्र रिसीव करने से लेकर बैंक में जमा करने तक बंडल फटा हुआ था. जबकि स्ट्रांग रूम में तैनात पुलिस अधिकारी से भी कई बिंदुओं पर पूछताछ की गयी है.
क्या है मामला
यहां बता दें कि JAC द्वारा ली जा रही मैट्रिक परीक्षा का प्रश्नपत्र वायरल हो गया था. परीक्षा के दौरान जब अंग्रेजी और हिंदी के वायरल प्रश्नपत्र का मिलान किया गया तो यह स्पष्ट हो गया कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है. इसके बाद JAC ने गिरिडीह और कोडरमा में एसआईटी का गठन किया. एसआईटी के गठन के कुछ ही घंटों के अंदर कोडरमा SDPO अनिल कुमार सिंह की टीम तह तक पहुंच गई. फिर गिरिडीह से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद यह स्पष्ट हो गया कि मैट्रिक परीक्षा का प्रश्नपत्र गिरिडीह के स्ट्रांग रूम से चोरी हुआ था.
यहां यह भी पता चला कि जिस बंडल से प्रश्नपत्र गायब हुआ था, उसे तिसरी BDO अपने साथ लेकर गए थे और प्रश्नपत्र का उक्त बंडल फिर तिसरी स्थित अग्रवाला प्लस टू हाई स्कूल में पहुंचा था. कोडरमा SDPO ने बताया कि अभी जांच जारी है. कई बिंदुओं पर जवाब की तलाश की जा रही है.