दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाइवे 19 (जीटी रोड) के किनारे अवैध तरीके से कत्लखाना का संचालन किया जा रहा था. यहां मवेशियों की हत्या कर फिर उसके मांस की तस्करी की जा रही थी. सारा अवैध कारोबार बगोदर थाना क्षेत्र के तिरला मोड़ के निकट एक पुराने मकान में चल रहा था. इसका खुलासा बगोदर थाना की पुलिस ने किया है. थाना प्रभारी बिनय कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने यहां छापेमारी कर मौके से चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
अभियुक्तों ने पुलिस को बतायी पूरी कहानी
इस मामले में पुलिस ने मोईन उदीन कुरैशी और इमरान कुरैशी दो भाईयों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी मुस्लिम टोला हुसैन नगर बगोदर के रहने वाले हैं, जबकि गिरफ्तार अन्य दो आरोपियों में एक मिनी ट्रक का ड्राइवर पश्चिम बंगाल निवासी दीपंकर सदर और खलासी देवाअनीष नोसको शामिल हैं. पुलिस ने मामले में मिनी ट्रक संख्या डब्ल्यू बी 19 क्यू- 6907, ऑटो संख्या जेएच 11 यू- 2778 और मोपेड संख्या जेएच 11 एआर- 7618 को जब्त किया है.
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि तिरला के नुरूल होदा, बारिक अंसारी , हेसलाटांड़ निवासी एहसान अंसारी आदि के द्वारा प्रतिबंधित मवेशियों की हत्या कर उसके मांस, चमड़े और हड्डियों को बड़े वाहनों से पश्चिम बंगाल भेजा जाता था. हेसला का आजाद अंसारी मकान का भाड़ा लेता है.
जेल भेजे गए सभी अभियुक्त : थाना प्रभारी
थाना प्रभारी बिनय कुमार यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों, जब्त किए गए वाहनों के मालिकों, कांड में संलिप्त लोगों सहित अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. वहीं गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा भेज दिया गया. मामले में आगे की जांच जारी है. थाना प्रभारी ने बताया कि जब्त किए गए मवेशियों के अवशेषों को गाड़ दिया गया है, जबकि जांच के लिए सैंपल को भेज दिया गया है.
बजरंग दल की सूचना पर पुलिस ने की कार्रवाई
तिरला मोड़ में संचालित पशुओं के कत्लखाना का खुलासा पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की सूचना पर किया है. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को इसकी सूचना मिली थी, तब वहां पहुंचकर वस्तुस्थिति से अवगत होने के पश्चात पुलिस को मामले की खबर दी गई. इसके बाद पुलिस मौके पर छापेमारी करने पहुंची.