Saturday, February 22, 2025

क्या 8 घंटे सोने के बाद भी थकान, आलस, बदन दर्द और दिन भर आती है नींद? इस विटामिन की हो सकती है कमी

Share

दिनभर लगातार थकावट महसूस होने से काम करना मुश्किल हो सकता है. थकान के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं. जैसे विटामिन की कमी…

Do you feel tired, lethargic, have body ache and feel sleepy all day even after sleeping for 8 hours? You may be deficient in this vitamin

अगर आप रात को अच्छी और गहरी नींद सोते हैं तो आप पूरे दिन तरोताजा महसूस करते हैं. हालांकि कई बार पूरी रात सोने के बाद भी आपकी नींद पूरी नहीं हो पाती है और आपको सुबह उठने का मन नहीं करता और दिनभर आलस महसूस होता है. इसकी वजह नींद की कमी नहीं बल्कि शरीर में विटामिन की कमी भी हो सकती है. जी हां, कभी-कभी जब शरीर में कुछ खास विटामिन की कमी हो जाती है तो आपकी नींद कम या ज्यादा होने लगती है. इसके कारण आपको दिनभर आलस और थकान महसूस होती है. विटामिन और मिनरल्स की कमी से पूरा शरीर प्रभावित होता है. वहीं, कई विटामिन ऐसे हैं जिनकी कमी से बहुत ज्यादा नींद आती है. आइए जानते हैं किस विटामिन की कमी से ज्यादा नींद आती है…

किस विटामिन की कमी से नींद बहुत आती है?
विटामिन डी
जब शरीर में विटामिन डी कम होने लगता है, तो इससे नींद की समस्या होने लगती है. विटामिन डी की कमी से थकान, कमजोरी और दिनभर बहुत नींद आने की समस्या हो सकती है. विटामिन D कम होने पर शरीर में कैल्शियम-फॉस्फोरस की कमी भी बढ़ जाती है और इससे हड्डियों में दर्द होता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है और दिनभर आलस्य महसूस होता है. हर समय नींद आती रहती है. इसलिए शरीर में विटामिन D की कमी न होने दें. विटामिन-डी की कमी से थकान और थकावट हो सकती है.

विटामिन बी12
विटामिन बी12 की कमी भी नींद बहुत आने का एक बड़ा कारण हो सकता है. विटामिन बी12 कम होने पर बहुत नींद आने लगती है. विटामिन बी12 कम होने से न्यूरोलॉजिकल और मानसिक समस्याओं का रिस्क बढ़ जाता है. शोध में पाया गया है कि शरीर में विटामिन बी12 की कमी से आलस्य महसूस होता है. दिनभर नींद आती रहती है. इसलिए विटामिन बी12 से भरपूर डाइट लें. शाकाहारियों में विशेष रूप से विटामिन बी12 की कमी होती है. उम्र बढ़ने के साथ विटामिन बी-12 की कमी बढ़ती जाती है.

ज्यादा नींद आने के अन्य कारण
सिर्फ विटामिन डी और बी12 ही नहीं, बल्कि कई दूसरे पोषक तत्व भी नींद की प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं. इनमें मैग्नीशियम, पोटैशियम और आयरन जैसे मिनरल शामिल हैं. इनकी कमी से शरीर में लेजीनेस, थकान और कमजोरी आती है. इसकी वजह से आपको दिनभर नींद आती रहती है. सोने के बाद भी शरीर में उनींदापन महसूस होता है. अगर आपको लंबे समय तक ऐसा महसूस हो रहा है, तो आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.

कई बीमारियों का हो सकता हा खतरा
हेल्दी रहने के लिए हमें कम से कम 7-8 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है. लेकिन आजकल काम, तनाव और मानसिक दबाव के कारण लोग पर्याप्त नींद नहीं ले पा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर युवा पीढ़ी अपनी रातें फिल्में और वेब सीरीज देखकर बिता रही है और ठीक से सो नहीं पा रही है. अगर आप एक दिन ठीक से नहीं सोते हैं, तो इसके प्रभाव से अगली सुबह थकान, चिड़चिड़ापन, सूजी हुई आंखें और मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर रात पर्याप्त नींद ना लेना और दिन भर की कमी की समस्या लंबे समय तक बनी रहे तो हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा और मानसिक समस्याएं होने का खतरा हो सकता है.

अपने आहार में इन्हें करें शामिल

  • अपने आहार में विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ करें शामिल जैसे कि मशरूम, अंडे, पालक, फूलगोभी, भिंडी, सोयाबीन, सफेद बीन्स और सैल्मन मछली आदि
  • अपने आहार में विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थ करें शामिल जैसे कि सूरजमुखी के बीज के तेल, कद्दू के बीज, सोयाबीन तेल, बादाम और मूंगफली जैसे मेवों और पालक आदि.
  • अपने आहार में विटामिन बी12 से भरपूर खाद्य पदार्थ करें शामिल जैसे कि दूध, पनीर, दही और अंडे आदि.
  • विटामिन बी6- जैसे केला, डेयरी उत्पाद, अंडे और हरी सब्जियां.

आपको प्रतिदिन एक ही समय पर सोना और जागना चाहिए.

  • सोने से पहले कॉफी या चाय न पियें. ऐसा करने से नींद में खलल पड़ सकता है.
  • सोने से पहले शांतिपूर्ण वातावरण बनाएं.
  • कुछ लोग नींद से बचने के लिए शराब पीते हैं. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से आप सबकुछ भूलकर गहरी नींद में सो सकते हैं. लेकिन, ऐसा करने से समस्या और अधिक नहीं बढ़ेगी.
  • सोने से पहले आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ खाने से बचें. इससे पाचन तंत्र में समस्या उत्पन्न होती है. पाचन संबंधी समस्याएं आपको रात में जगाए रख सकती हैं.
  • सोने से पहले फोन का उपयोग न करें. आपके फोन से निकलने वाली नीली किरणें आपकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती हैं.
  • दिन में बहुत देर तक न सोएं.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

Table of contents

Read more

Local News