Saturday, May 24, 2025

कैंसर पीड़ित टाटा स्टील के मैनेजर ने पत्नी-बेटियों संग की आत्महत्या

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झारखंड के जमशेदपुर से सटे सरायकेला खरसावां जिले के गम्हरिया में टाटा स्टील के मैनेजर 40 वर्षीय कृष्ण कुमार ने अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके साथ ही घटना की जानकारी होने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। शुक्रवार शाम घर का दरवाजा तोड़ चारो लोगों के शव निकाले गए।

झारखंड के जमशेदपुर से सटे सरायकेला खरसावां जिले के गम्हरिया में टाटा स्टील के मैनेजर 40 वर्षीय कृष्ण कुमार ने अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

घटना की जानकारी होने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। शुक्रवार शाम घर का दरवाजा तोड़ चारो लोगों के शव निकाले गए।

अवसाद से भी पीड़ित थे कृष्ण कुमार

पड़ोसियों के अनुसार, कृष्ण कुमार कैंसर के साथ अवसाद से भी पीड़ित थे। वह टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट्स के मुख्य कार्यालय में सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत थे और गम्हरिया के चित्रगुप्त नगर में अपने परिवार के साथ रहते थे। माना जा रहा है कि घर के सभी सदस्यों ने गुरुवार रात को आत्महत्या की।

पड़ोसियों को घटना की जानकारी शुक्रवार शाम में हुई, जब कृष्ण कुमार के घर से अचानक तेज दुर्गंध बाहर आने लगी। आसपास रहने वालों को शक हुआ, क्योंकि घर का दरवाजा सुबह से बंद था और कोई हलचल नहीं थी।

मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला

सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि भीतर चारो के शव एक ही कमरे में अलग-अलग फंदे से झूल रहे थे। मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। कृष्ण कुमार की पत्नी डाली देवी 35 वर्ष की थीं, जबकि बड़ी बेटी पिंकी 15 वर्ष की और छोटी बेटी मंइयां सात वर्ष की थी।

पड़ोसियों के मुताबिक, गुरुवार की शाम तक परिवार को मुहल्ले में देखा गया था। बच्चियां खेल रही थीं और माता-पिता दोनों सामान्य दिख रहे थे। किसी ने सोचा भी नहीं था कि वह आत्महत्या कर लेंगे।

सामूहिक आत्महत्या की क्या थी पृष्ठभूमि, उठ रहे हैं कई सवाल

सामूहिक आत्महत्या की इस घटना को लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं। परिवार के सभी लोगों ने एक साथ सहमति से जान दे दी या मौत की वजह और परिस्थितियां अलग थी, इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। पत्नी और बच्चियों ने स्वयं ही जान दी या उन्हें मारा गया, यह भी अभी साफ नहीं है।

चारों के शव लटके हुए थे

पुलिस इनसवालों के जवाब ढूंढने में लगी है। शुक्रवार रात जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो कमरा भीतर से बंद मिला। दरवाजा तोड़ने के बाद ही सब कुछ सामने आया। चारों के शव लटके हुए थे, लेकिन अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में पुलिस आत्महत्या की आशंका को मजबूत मान रही है, लेकिन कारणों की तलाश जारी है।

डॉक्टरों ने कीमोथेरेपी की सलाह दी

पिता सविंद्र तिवारी ने बताया कि बेटा कृष्ण कुमार कैंसर से पीड़ित था। बहू डोली देवी के आग्रह पर वे उसे इलाज के लिए मुंबई ले गए थे। वहां डॉक्टरों ने कीमोथेरेपी की सलाह दी। कहा गया कि यह सुविधा जमशेदपुर में भी है। इसके बाद वह फ्लाइट से बेटे को वापस लेकर आए थे। यहां अस्पताल में भर्ती कराने की प्रक्रिया चल रही थी। इसी बीच यह घटना हो गई।

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