शराब घोटाला मामले में निलंबित आईएएस विनय चौबे सहित चार अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच होगी। मंत्रिमंडल निगरानी विभाग ने एसीबी को जांच के आदेश दिए हैं। एसीबी आरोपितों की आय और संपत्ति का आकलन करेगी। जांच में पुष्टि होने पर ही मामला दर्ज होगा। एसीबी चौबे और उनके करीबियों की संपत्ति की भी जांच कर रही है।
रांची। शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार निलंबित आईएएस अधिकारी विनय चौबे सहित चारों अधिकारियों के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले की भी जांच होगी। जांच में पुष्टि के बाद उनके विरुद्ध मुकदमा चलेगा।
सूचना है कि मंत्रिमंडल निगरानी एवं सचिवालय विभाग ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को इससे संबंधित आदेश दे दिया है। एसीबी अब पता लगाने में जुटी है कि सभी आरोपितों ने भ्रष्टाचार से कितनी संपत्ति अर्जित की है। इसके लिए एसीबी एक चेक पीरियड लेकर सभी आरोपित अधिकारियों के वैध स्रोत से अर्जित आय की जानकारी लेगी और व्यय का भी पता लगाएगी।
अर्जित संपत्ति का भी आकलन कराएगी। इस प्रक्रिया में यह पता चल पाएगा कि इन अधिकारियों ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है या नहीं। जांच में आय से अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने की पुष्टि के बाद ही इन आरोपितों पर आय से अधिक संपत्ति का मामला चलेगा।
गौरतलब है कि शराब घोटाला मामले में एसीबी ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह, महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास व पूर्व महाप्रबंधक वित्त सह अनुसंधान सुधीर कुमार के अलावा प्लेसमेंट एजेंसी मार्शन के स्थानीय प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
इन पांचों ही आरोपितों की गिरफ्तारी 20 व 21 मई को हुई थी। इसके बाद से ही ये सभी न्यायिक हिरासत में हैं। एसीबी ने जांच के क्रम में निलंबित आइएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे, उनके करीबियों व रिश्तेदारों की संपत्ति की जांच तेज की है। शेल कंपनियों में भी चौबे के काले धन के निवेश की जानकारी एसीबी को मिली है, जिसका सत्यापन चल रहा है।