नई दिल्ली: अगर आपका आधार कार्ड 10 साल से ज्यादा पुराना है, तो आपके लिए इसे अपडेट करवाना जरूरी है. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो भविष्य में आप कई सरकारी सेवाओं और लाभों से वंचित रह सकते हैं. आज हम इस खबर के माध्यम से जानेंगे कि आधार को दौबारा वैरिफाई करने की क्यों जरुरत है.
आधार अपडेट क्यों जरूरी है?
आधार कार्ड भारत सरकार से जारी किया जाने वाला एक अनूठा डिजिटल पहचान पत्र है, जो अब लगभग हर सरकारी और गैर-सरकारी सेवा से जुड़ गया है. चाहे बैंक खाता खोलना हो, LPG सब्सिडी लेना हो या राशन कार्ड से जुड़ी योजनाएं हों- हर जगह आधार ज़रूरी हो गया है.
आधार प्रमाणीकरण नहीं होता है
पिछले 10 सालों में आपका बायोमेट्रिक या डेमोग्राफिक डेटा (जैसे नाम, पता, जन्मतिथि, फोटो आदि) बदल गया होगा. कई बार लोगों के चेहरे में बदलाव, फिंगरप्रिंट पहचानने में समस्या या नाम में टाइपो जैसी गलतियां सामने आती हैं. ऐसे में ओटीपी न मिलना, आधार प्रमाणीकरण में असफल होना या फिर से वैरिफिकेशन न होने के कारण सरकारी लाभ रुक जाना आम बात हो गई है.
यूआईडीएआई दिशा-निर्देश
यूआईडीएआई ने हाल ही में एक अधिसूचना जारी कर सभी आधार धारकों से आग्रह किया है कि वे अपना आधार अपडेट करवा लें, जिनका आधार कार्ड 10 साल से पुराना है. खास तौर पर अगर आपने इस अवधि में कोई अपडेट नहीं करवाया है. यह स्वैच्छिक प्रक्रिया है, लेकिन इससे जुड़ी सरकारी सेवाओं का निर्बाध रूप से चलते रहना बहुत जरूरी है.
किन जानकारियों को फिर से वैरिफाई करने की जरूरत है?
बायोमेट्रिक जानकारी में फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैनिंग, फोटो शामिल हैं, जबकि डेमोग्राफिक जानकारी में नाम, जन्मतिथि, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी (अगर कोई हो) शामिल हैं, ये जानकारियां सही होनी चाहिए, क्योंकि ज्यादातर सेवाओं के लिए आधार से ओटीपी वैरिफाई की जरूरत होती है.कौन सी सरकारी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं?
अगर आपने अपना आधार अपडेट नहीं करवाया है और कोई जानकारी गलत है या बायोमेट्रिक सत्यापन विफल हो रहा है, तो जिन सेवाओं पर असर पड़ सकता है, उनमें राशन कार्ड और पीडीएस के जरिए अनाज की आपूर्ति बंद होना शामिल है. एलपीजी सब्सिडी बंद हो सकती है. बैंक खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) विफल हो सकता है.