Thursday, January 23, 2025

WHO: ‘उम्मीद है अमेरिका फिर विचार करेगा’, वैश्विक स्वास्थ्य निकाय से हटने के ट्रंप के फैसले पर डब्ल्यूएचओ

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WHO: पदभार संभालने के पहले ही दिन राष्ट्रपति ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी के साथ अपने संबंध समाप्त करने की घोषणा कर दी। अमेरिका के इस कदम पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने दुख जताया है।

डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ ) से अलग कर लिया। पदभार संभालने के पहले ही दिन राष्ट्रपति ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी के साथ अपने संबंध समाप्त करने की घोषणा कर दी। अमेरिका के इस कदम पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि, हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस पर पुनर्विचार करेगा।

ट्रंप ने सोमवार को शपथ ग्रहण के तुरंत बाद अमेरिका को डब्ल्यूएचओ से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू करने वाले एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए। पांच साल से भी कम समय में यह दूसरी बार है जब अमेरिका ने वैश्विक निकाय से हटने का आदेश दिया है। ट्रंप लंबे समय से डब्ल्यूएचओ की आलोचना करते रहे हैं और अपने पहले कार्यकाल के दौरान अमेरिका को इस वैश्विक स्वास्थ्य संस्था से अलग करने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन उनके उत्तराधिकारी जो बाइडन ने इस योजना को रोक दिया था।

डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा, विश्व स्वास्थ्य संगठन इस घोषणा पर खेद व्यक्त करता है कि अमेरिका संगठन से हटना चाहता है। हमें उम्मीद है कि अमेरिका इस पर पुनर्विचार करेगा और हम पूरी दुनिया में लाखों लोगों की सेहत और भलाई के लिए अमेरिका तथा डब्ल्यूएचओ के बीच साझेदारी बनाए रखने के वास्ते रचनात्मक बातचीत में संलग्न होने के लिए तत्पर हैं।बयान में कहा गया है कि डब्ल्यूएचओ बीमारियों के मूल में जाकर, मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियों का निर्माण करके और अक्सर खतरनाक स्थानों पर बीमारी के प्रकोप सहित स्वास्थ्य आपात स्थितियों का पता लगाने, रोकने और उनका जवाब देकर अमेरिकियों सहित दुनिया के लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जहां अन्य लोग नहीं जा सकते।बयान में कहा गया है कि अमेरिका 1948 में डब्ल्यूएचओ का संस्थापक सदस्य था और तब से इस वैश्विक स्वास्थ्य इकाई और इसके कार्यकारी बोर्ड में अपनी सक्रिय भागीदारी के माध्यम से 193 अन्य सदस्य देशों के साथ इसके कार्यों को आकार देने और संचालित करने में भाग लेता रहा है।चीन ने दिया समर्थनवहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से अमेरिका के हटने की घोषणा के बाद चीन ने मंगलवार को इस वैश्विक संस्था के प्रति अपना समर्थन जताया। अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ पर कोविड-19 महामारी के संकट से सही से नहीं निपटने का आरोप लगाते हुए इससे हटने की घोषणा की है।ट्रंप ने सोमवार को अपने शपथ ग्रहण के बाद डब्ल्यूएचओ से अमेरिका की वापसी की प्रक्रिया शुरू करने संबंधी शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए। अमेरिका ने पांच साल से भी कम अवधि में दूसरी बार इस वैश्विक स्वास्थ्य संस्था से वापसी का आदेश जारी किया है। ट्रंप के इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने मंगलवार को कहा कि चीन विश्व स्वास्थ्य संगठन को उसकी जिम्मेदारियां निभाने में सहयोग प्रदान करता रहेगा।गुओ ने कहा कि वैश्विक जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय संगठन के रूप में डब्ल्यूएचओ वैश्विक स्वास्थ्य प्रशासन में केंद्रीय समन्वयक के रूप में काम करता है और इसकी भूमिका को मजबूती प्रदान की जानी चाहिए, न कि इसे कमजोर किया जाना चाहिए।

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