प्राइवेट लैब की जांच में फिरोजाबाद के बुजुर्ग की रिपोर्ट आई थी कोविड पॉजिटिव, फिरोजाबाद के रहने वाले थे बुजुर्ग
कोरोना के केस देश में तेजी से बढ़ रहे हैं. वर्तमान में देश में एक हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज हैं. वहीं, यूपी में कोरोना डराने लगा है. आगरा में मंगलवार को कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई है. फिरोजाबाद के बुजुर्ग मरीज को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां संक्रमित मिला था. इसके बाद बुजुर्ग मरीज को सोमवार देर रात एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था. जहां पर चिकित्सकों ने उसे आईसोलेट करके उपचार शुरू किया लेकिन बुजुर्ग की जान नहीं बची.
78 वर्षीय बुजुर्ग की कई दिनों से तबीयत थी खराबः बता दें कि फिरोजाबाद निवासी 78 वर्षीय बुजुर्ग की 15 दिन पहले तबीयत खराब होने पर जिले के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जहां से टूण्डला और इसके बाद आगरा में सिकंदरा स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में 24 मई को कूल्हे के ऑपरेशन कराने को भर्ती किया गया था. 15 दिन से बुखार और सांस लेने की दिक्कत ठीक नहीं होने पर हॉस्पिटल ने प्राइवेट लैब में बुजुर्ग की जांच कराई थी. सोमवार को जांच रिपोर्ट में कोविड पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई. इस पर बुजुर्ग मरीज को सोमवार देर रात ही एसएन मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया था.
पुरानी बीमारी की वजह से फेफड़े नहीं कर रहे थे कामः एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि कोरोना के सस्पेक्ट बुजुर्ग मरीज को सोमवार देर इमरजेंसी के आईसोलेशन रूम में भर्ती करके उपचार शुरू किया गया. बुजुर्ग मरीज की हालत गंभीर थी. सिर में खून का थक्का जमा था और फेफड़े भी पुरानी बीमारी की वजह से ही से काम नहीं कर रहे थे. कई बीमारियों की वजह से मरीज की मंगलवार सुबह कोविड की जांच के सैंपल लेने से पहले ही मौत हो गई. प्राइवेट लैब की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना सस्पेक्ट मानकर उपचार किया था. एसएनएमसी के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि कोरोना के संदिग्ध और संक्रमित के उपचार के लिए इमरजेंसी में आईसोलेशनल रूम है. इसके साथ ही हमने 12 बैड के नए आईसोलेशन रूम की तैयारी शुरू कर दी है. जल्द ही यह आईसोलेशन रूम शुरू कर दिया जाएगा.
निजी लैब में रिपोर्ट आई थी पॉजिटिवः आगरा के प्रभारी सीएमओ डॉ. अमित रावत ने बताया कि फिरोजाबाद के बुजुर्ग मरीज की निजी लैब में कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. एसएनएमसी में उपचार शुरू हुआ, मगर कोरोना की जांच नहीं हो पाई थी. इससे पहले ही मरीज की मौत हो गई है. जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि बुजुर्ग मरीज को हृदय और फैफडों संबंधी बीमारी थी. इसके साथ ही कोरोना संक्रमित भी मिला था. फिरोजाबाद जिला प्रशासन को भी सूचना दे दी है.
फिरोजाबाद में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
वहीं मंगलवार को कुछ चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में फिरोजाबाद में बुजुर्ग का अंतिम संस्कार कर दिया गया. हालांकि इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी देखने को मिली.कोविड मरीज के संपर्क में आये किसी भी व्यक्ति का विभाग ने सैंपल नहीं लिया. मृतक का नाम मुसाफिर राम था जो लेबर डिपार्टमेंट के रिटायर्ड कर्मचारी थे.लाइनपार थाना क्षेत्र के लेबर कॉलोनी में उनका आवास था.मृतक के बेटे सुनील ने बताया कि उनके पिता की उम्र 75 साल थी और वह काफी समय से बीमार चल रहे थे. सांस लेने में दिक्कत होने पर उन्हें 24 मई को आगरा के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था. डॉक्टरों ने 25 मई को उनका कोरोना टेस्ट कराया जिसकी रिपोर्ट 26 मई को आई थी.
कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर निजी अस्पताल ने व्यवस्था न होने का हवाला देकर मरीज को भर्ती करने से इनकार कर दिया. जिसके बाद उन्हें आगरा के ही सरकारी मेडीकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जहां उनकी मौत हो गयी. परिजन उन्हें घर लेकर आये और मंगलवार को छारबाग स्थित स्वर्गाश्रम में उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. इस संबंध में सीएमओ रामबदन राम का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में आया है. बुजुर्ग की मौत आगरा में इलाज के दौरान हुई है.पूरे मामले पर हम लोग नजर बनाए हुए है.