वैश्विक टैरिफ युद्ध के बीच केंद्रीय बैंक ने 2025-26 के लिए जीडीपी पूर्वानुमान को 6.7 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया.
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को अपने मौद्रिक नीति संबोधन के दौरान घोषणा किया. गवर्नर संजय मल्होत्रा ने साथ ही भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के मापी गई महंगाई दोनों पर अपने अनुमानों में कटौती की है.
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपने वास्तविक जीडीपी पूर्वानुमान को पहले के 6.7 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया है.
- पहली तिमाही का पूर्वानुमान 6.5%
- दूसरी तिमाही में 6.7%
- तीसरी तिमाही में 6.6%
- चौथी तिमाही में 6.3%
इस बीच महंगाई के अनुमान को पहले के 4.2 फीसदी से घटाकर अब 4 फीसदी कर दिया गया है.
- पहली तिमाही का अनुमान 3.6%
- दूसरी तिमाही का 3.9%
- तीसरी तिमाही का 3.8%
- चौथी तिमाही का अनुमान 4.4%
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने सर्वसम्मति से नीतिगत दर को 25 आधार अंकों (बीपीएस) घटाकर 6.25 फीसदी से 6 फीसदी करने का फैसला किया है. इससे पहले फरवरी में भारतीय रिजर्व बैंक की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने अर्थव्यवस्था में मंदी के बीच मई 2020 के बाद पहली बार ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की थी.
मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की यह बैठक आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में हुई. यह बैठक 7 से 9 अप्रैल तक होनी थी और क्रेडिट पॉलिसी के फैसले आज घोषित किए गए.