Join our community of SUBSCRIBERS and be part of the conversation.

To subscribe, simply enter your email address on our website or click the subscribe button below. Don't worry, we respect your privacy and won't spam your inbox. Your information is safe with us.

32,111FollowersFollow
32,214FollowersFollow
11,243FollowersFollow

News

Company:

Sunday, February 23, 2025

Sirmour News: सवाईकल और स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग शुरू

Share

पीएचसी शंभूवाला में गायनी विशेषज्ञ डॉ. नितिका शर्मा ने 90 महिलाओं को जांचा

विभाग ने 6 पीएचसी, 24 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में 24 हजार महिलाओं की जांच का रखा लक्ष्य

नाहन (सिरमौर)। बच्चेदानी के मुंह (सवाईकल) का कैंसर और स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग शुरू करने वाला सिरमौर जिला प्रदेश का पहला जिला बन गया है। जिले में शुरू हुए इस अभियान के पहले दिन वीरवार को 90 महिलाओं की जांच गायनी विशेषज्ञ और उनकी टीम ने की। यह जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) शंभूवाला में की गई।

दरअसल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सिरमौर की ओर से वीरवार को स्वास्थ्य खंड धगेड़ा के अंतर्गत आने वाली पीएचसी शंभूवाला में बच्चेदानी के मुंह का कैंसर और स्तर कैंसर से संबंधित जांच जांच शिविर का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डॉ. अजय पाठक ने किया। शिविर में गायनी विशेषज्ञ डॉ. नीतिका शर्मा और उनकी टीम ने महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बच्चे दानी के मुंह एवं स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग करने वाला सिरमौर जिला हिमाचल का पहला जिला बन गया है। यह शिविर मैनकाइंड फार्मा लिमिटेड व ममता हेल्थ इंस्टिट्यूट के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग सिरमौर द्वारा आयोजित किया गया। इसमें बच्चेदानी के मुंह के कैंसर की शुरुआती जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर की गई। जिन महिलाओं में संबंधित लक्षण पाए गए हैं, उन्हें जांच के लिए मेडिकल कॉलेज नाहन रेफर किया है।

उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में जिला के 6 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 24 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में यह शुरुआती तौर पर इन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें लगभग 24 हजार महिलाओं की जांच की जाएगी। उन्होंने महिलाओं व उनके परिवारों से आग्रह किया कि वह अपने-अपने नजदीकी स्वास्थ्य शिविर में जाकर जांच जरूर करवाएं। समय पर स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों की पहचान न होने के कारण ये गंभीर रूप ले लेती हैं, जो अधिकतर जानलेवा होता है।

शिविर में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. रुचि, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बलजीत नेगी और ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट स्टेट टीम प्रमुख डॉ. गौरव सेठी व टीम के सदस्य मौजूद रहे।

Read more

Local News