Thursday, January 23, 2025

Russia-China: ट्रंप के सत्ता में लौटते ही पुतिन-जिनपिंग की फोन पर बात, द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने पर चर्चा

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Russia-China:  अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी के एक दिन बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग ने फोन पर बातचीत की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत उस समय हुई है, जब एक दिन पहले डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका केक 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।

पुतिन और शी ने निजी स्तर पर मजबूत संबंध बनाए हुए हैं, जिससे रूस और चीन के रिश्ते और भी मजबूत हुए हैं। खासकर 2022 में जब पुतिन ने यूक्रेन में सैनिक भेजे थे, उसके बाद यह संबंध और भी करीबी हो गए। चीन अब रूस के तेल और गैस का एक बड़ा उपभोक्ता बन गया है और रूस पर पश्चिम की ओर से लगाए गए व्यापक प्रतिबंधों के बीच चीन एक महत्वपूर्ण तकनीकी आपूर्तिकर्ता बन गया है।

शी के साथ फोन पर बातचीत को लेकर पुतिन ने कहा कि रूस-चीन संबंध साझा हितों, समानता और आपसी लाभों पर आधारित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये संबंध अंदरूनी राजनीतिक कारकों और मौजूदा अंतरराष्ट्रीय माहौल पर निर्भर नहीं हैं। रूसी राष्ट्रपति ने कहा, हम एक समान बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था के विकास का समर्थन करते हैं और यूरेशिया व पूरी दुनिया में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं। उन्होंने आगे कहा, रूस और चीन के साझा प्रयास वैश्विक मामलों को स्थिर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 

वहीं, चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने भी मॉस्को और बीजिंग के बीच सहयोग की सराहना की और कहा कि यह वैश्विक प्रणाली के सुधार और विकास में सकारात्मक भूमिका निभा रहा है। दोनों नेताओं ने सीधे तौर पर ट्रंप का नाम नहीं लिया। हालांकि,बातचीत का समय इस बात का संकेत हो सकता है कि पुतिन और शी दोनों ही नए अमेरिकी प्रशासन के साथ मिलकर काम करें और आपस में संवाद करें। 

जिनपिंग ने शुक्रवार को ट्रंप से फोन पर बात की थी और अमेरिका के साथ सकारात्मक संबंधों की उम्मीद जताई थी। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय विवादों और फेंटानल बनाने में उपयोग होने वाली वस्तुओं के निर्यात पर सहयोग के तरीकों पर भी चर्चा की थी। हालांकि, ट्रंप ने पहले अपने दूसरे कार्यकाल में चीन पर शुल्क और अन्य प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी। वहीं, पुतिन ने अब तक ट्रंप से फोन पर बात नहीं की है। हालांकि, उन्होंने ट्रंप को राष्ट्रपति का पदभार संभालने पर बधाई दी थी और कहा था कि रूस उनके साथ संवाद शुरू करने के लिए तैयार है।

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