आरबीआई ने ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की, जिसके बाद चार प्रमुख सरकारी बैंकों ने भी अपनी उधारी दरें कम कर दी हैं.
नई दिल्ली: रेपो रेट में कटौती के बाद चार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने लोन दरों में 0.25 फीसदी तक की कटौती की घोषणा की. ब्याज दरों में कटौती करने वाले बैंकों में पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक और यूको बैंक शामिल हैं. बैंकों के इस फैसले से उनके मौजूदा और नए कर्जदारों दोनों को फायदा होगा.
आपको बता दें कि आरबीआई ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.25 फीसदी की कटौती कर इसे 6.0 फीसदी करने की घोषणा की थी. सार्वजनिक क्षेत्र के इन बैंकों ने शेयर बाजारों को अलग से दी गई सूचना में कहा कि लोन दर में यह संशोधन भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अल्पकालिक लोन दर (रेपो दर) में कटौती के बाद किया गया है.
रेपो रेट में कमी के कारण बैंक क्यों सस्ता करते हैं लोन
रेपो रेट में कमी से बैंकों को RBI से सस्ती दरों पर पैसा मिलेगा, जिससे वे होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन आदि पर ब्याज दरें कम कर सकते हैं. इससे EMI कम होगी और लोगों की मासिक बचत बढ़ेगी. छोटे कारोबारियों और उद्यमियों को भी सस्ता लोन मिलेगा, जिससे निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं.
कब से प्रभावी होंगी घटी हुई दरें
पीटीआई के मुताबिक, चेन्नई स्थित इंडियन बैंक ने कहा कि 11 अप्रैल से उसकी रेपो-लिंक्ड स्टैंडर्ड लेंडिंग रेट (RBLR) 35 बेसिस प्वाइंट घटाकर 8.70 फीसदी कर दी जाएगी. इस बीच पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने गुरुवार से RBLR को 9.10 फीसदी से संशोधित कर 8.85 फीसदी कर दिया है.
कितना कम हुआ ब्याज?
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने कहा कि उसका आरबीएलआर 9.10 फीसदी से संशोधित होकर 8.85 फीसदी हो जाएगा, जो गुरुवार से प्रभावी हो गया. बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपने आरबीएलआर को पिछले 9.10 फीसदी से संशोधित कर 8.85 फीसदी कर दिया है, नई दर बुधवार से प्रभावी हो गया. यूको बैंक ने गुरुवार से अपनी उधार दर घटाकर 8.8 फीसदी कर दी है.