चौथी तिमाही के नतीजों के बाद ओला इलेक्ट्रिक के शेयर की कीमत 50 रुपये से नीचे आ गया.
मुंबई: वित्तीय वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में घाटा बढ़ने के बाद दोपहिया वाहन निर्माता ओला इलेक्ट्रिक का स्टॉक इंट्राडे सौदों में 9.7 फीसदी तक गिरकर 50 रुपये के निशान से नीचे आ गया.
30 रुपये तक जा सकता है ओला का शेयर
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों के अनुसार ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 30 रुपये प्रति शेयर तक गिर सकते हैं, जो पिछले बंद भाव से 43 फीसदी की गिरावट दिखाता है. कोटक ने बढ़ती प्रतिस्पर्धा और कमजोर होती ब्रांड इक्विटी के कारण EBITDA में निरंतर नुकसान की आशंका के चलते ओला इलेक्ट्रिक के शेयर को डाउनग्रेड करके बेचें कर दिया है.
ब्रोकरेज ने कहा कि ओला इलेक्ट्रिक का भविष्य बिक्री बढ़ाने और मोटरसाइकिल क्षेत्र में सफल प्रवेश पर टिका है, जिसे कार्यकारी और विश्वसनीयता संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.
यह उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 ई से प्रोफिट में सुधार होगा, जो लागत में कटौती की पहल, जनरेशन-3 प्लेटफॉर्म (कम बीओएम) की ओर बदलाव और कुछ वन-ऑफ (वारंटी लागत) के उलट होने से प्रेरित होगा.
ओला इलेक्ट्रिक का चौथी तिमाही का घाटा बढ़ा
बिक्री में मंदी के चलते ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में उसका शुद्ध घाटा दोगुना से अधिक होकर 870 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में यह 416 करोड़ रुपये था. परिचालन से राजस्व में साल-दर-साल (YoY) 62 फीसदी की गिरावट आई और यह 611 करोड़ रुपये हो गया.मार्च 2025 तिमाही के लिए समेकित खंड EBITDA घाटा 658 करोड़ रुपये था, जो एक साल पहले की समान अवधि में दर्ज 269 करोड़ रुपये के EBITDA घाटे से कई गुना अधिक है. इस बीच EBITDA मार्जिन में 101.4 फीसदी की गिरावट आई.