राज्य नागरिक आपूर्ति निगम मंडी से फरवरी के शुरू में ही पहुंच जाएगी आटे की खेप
प्राकृतिक खेती से उगाई मक्की का आटा उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवा रहा विभागजनवरी महीने में बेचा 62 क्विंटल, सरकारी डिपुओं में 50 रुपये किलो हैं आटे के दामसंवाद न्यूज एजेंसीकुल्लू। जिले के राशन डिपुओं में मक्की के आटे की मांग बढ़ गई है। खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति विभाग ने 60 क्विंटल आटे की मांग राज्य नागरिक आपूर्ति निगम मंडी को भेजी है और फरवरी की शुरुआत में आटा मुहैया करवाने की मांग की है, जिससे उपभोक्ताओं को समय पर डिपुओं में आटा उपलब्ध करवाया जाए।सरकार और विभाग प्राकृतिक खेती से उगाई मक्की की पिसाई करवाकर आटा डिपुओं के माध्यम से उपभोक्ताओं को मुहैया करवा रहा है। डिपुओं में आटा के दाम 50 रुपये किलोग्राम हैं। उपभोक्ता इस आटे को पसंद कर रहे हैं। पिछले माह जनवरी में 62 क्विंटल मक्की का आटा राज्य नागरिक आपूर्ति निगम में सात गोदामों से जिले के 455 डिपुओं में उपलब्ध करवाया था। उपभोक्ताओं में प्राकृतिक खेती से उगाई मक्की के आटे के प्रति रुझान और मांग को देखते हुए मंडी से और आटा मंगवाया गया है।
गौर रहे कि डिपुओं में पैकेट में मिल रहे मक्की के आटे को लोग खरीद रहे हैं। गेहूं का आटा लेने के साथ उपभोक्ताओं को मक्की का आटा लेने का विकल्प भी मिल रहा है।
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क्षेत्रीय प्रबंधक राज्य नागरिक आपूर्ति निगम मंडी ने फरवरी की एक तारीख तक जिले के गोदामों में 60 क्विंटल मक्की का आटा उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है, जिससे डिपुओं के माध्यम से आटे की मांग और खपत की पूर्ति की जा सके। यदि और अधिक मांग हुई तो किसी अन्य जिला और स्थान से मक्की के आटे की आपूर्ति डिपुओं में की जाएगी।