Jalgaon Accident: इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं सामने चुकी है। ठीक एक दिन पहले ही ऐसी घटना सामने आई थी, जब सीमांचल एक्सप्रेस के पहियों से चिंगारी और धुआं निकलता हुआ देखा गया।
महाराष्ट्र के जलगांव में परांडा स्टेशन के पास भीषण ट्रेन हादसा हुआ है। इस हादसे में अब तक 11 लोगों के मरने की खबर सामने आई है। वहीं, 40 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। दरअसल, इस हादसे के पीछे की वजह फिलहाल उस धुएं को बताया जा रहा है, जो पुष्पक एक्सप्रेस के नीचे से निकल रहा था। इसी धुएं को आग समझकर लोग बेचैन हो गए और ट्रेन से खुदने को मजबूर हो गए। तभी दूसरी तरफ से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने लोगों को अपनी चपेट में ले लिया।
कई बार ट्रेन के नीचे से निकलता हुआ देखा जा सकता है। इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं। आमतौर पर ये धुआं इंजन की गर्मी से भी निकल सकता है। लगातार चलने से ट्रेन के पहिए गर्म हो जाते हैं और कई बार चिंगारी छोड़ते हैं, जिसके चलते स्मोक बनता है। साथ ही ब्रेक लगाने या फिर किसी और वजह से भी धुआं दिख सकता है। जानकारों का कहना है कि हो सकता है कि इसी धुएं को पुष्पक एक्सप्रेस में सवार यात्रियों ने आग समझ लिया और जान बचाने के लिए पटरी पर ही दौड़ पड़े।
इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं सामने चुकी है। ठीक एक दिन पहले ही ऐसी घटना सामने आई थी, जब सीमांचल एक्सप्रेस के पहियों से चिंगारी और धुआं निकलता हुआ देखा गया। पुष्पक एक्सप्रेस की ही तरह लोग पैनिक होकर ट्रेन से उतरने लगे, हालांकि इस दौरान कोई भी ट्रेन सामने से नहीं आ रही थी। जिसकी वजह से बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन के पहिए में ज्यादा गर्मी पैदा होने के चलते ऐसा हुआ था।इसके अलावा करीब तीन साल पहले सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ था। इसमें ट्रेन के नीचे से अचानक यात्रियों को धुआं निकलता दिखा, जिसकी सूचना तुरंत रेलवे अधिकारियों को दी गई इसके बाद लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए। ये आग ब्रेक ब्लॉकिंग जाम होने के चलते लगी थी,हालांकि ये पहियों तक ही सीमित रहती है और ट्रेन की बोगी तक आने के चांस कम ही होते हैं।