झारखंड में मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. गिरिडीह और मधुपुर से 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है. जैक ने अपनी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेज दी है. संभव है कि एसआइटी या सीआइडी मामले की जांच करे.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में पेपर लीक मामले में पुलिस ने अब तक 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है. गिरिडीह से 2 शिक्षकों और 2 छात्रों को हिरासत में लिया गया है. वहीं, मधुपुर से प्रिंस कुमार को हिरासत में लिया गया है. प्रिंस का भाई कोचिंग चलाता है. इस बीच, मैट्रिक के प्रश्न पत्र आउट होने और अब तक की जांच के संबंध में जैक ने शनिवार को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को अपनी रिपोर्ट भेज दी. जैक ने अपनी रिपोर्ट में प्रश्न पत्र आउट होने और इसके बाद की गयी कार्रवाई की जानकारी विभाग को दी है. जिलों में चल रही जांच की स्थिति की जानकारी भी शिक्षा विभाग को दी गयी है. शिक्षा विभाग अब एसआइटी गठित करके या सीआइडी से इसकी जांच कराने की तैयारी कर रहा है. विभागीय स्तर पर इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया गया है. शिक्षा मंत्री की सहमति के बाद इसे गृह विभाग को भेजा जायेगा. मुख्यमंत्री की सहमति के बाद जांच के लिए एसआइटी का गठन किया जायेगा या फिर सीआइडी को मामला सौंपा जायेगा.
- जैक ने पेपर लीक की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी
- राज्य के अलग-अलग जिलों में प्रश्न पत्र आउट होने का मामला
- एसआइटी या सीआइडी एक साथ पूरे राज्य में कर सकती है जांच
- पेपर कहां से और कैसे लीक हुआ, इसका नहीं हुआ खुलासा
विज्ञान विषय का प्रश्न पत्र था वायरल
मैट्रिक में विज्ञान विषय की परीक्षा 20 फरवरी को हुई थी. प्रश्न पत्र 18 फरवरी की रात से ही वायरल था. विज्ञान विषय का वायरल प्रश्न पत्र जैक के प्रश्न पत्र से पूरी तरह मिल गया था. इसके बाद जैक ने सभी जिलों के उपायुक्त को इसकी जांच के लिए पत्र लिखा था. जैक ने इस संबंध में कोडरमा, गिरिडीह और गढ़वा के उपायुक्तों को अलग से पत्र लिखा था. इन तीनों जिलों में पहले प्रश्न के वायरल होने की बात सामने आयी थी. तीनों जिलों में इसकी जांच की जा रही है.
एसआइटी गठन का निर्णय क्यों?
प्रश्न पत्र आउट होने का मामला राज्य के अलग-अलग जिलों मे सामने आये हैं. सभी जिलों में जिला स्तर पर इसकी जांच की जा रही है. अब तक जांच में पेपर कैसे और कहां से लीक हुआ, इसका खुलासा नहीं हो सका है. ऐसे में एसआइटी या सीआइडी की जांच से पूरे राज्य में एक एजेंसी के माध्यम से इसकी जांच हो सकती है. विभाग का मानना है कि इससे और बेहतर जांच होगी.
पुलिस लगतार कर रही कार्रवाई
पेपर लीक मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. गिरिडीह और कोडरमा में संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. जिला स्तर पर इसके लिए टीम का गठन किया गया है.
गिरिडीह में 2 शिक्षक और 2 छात्र हिरासत में
प्रश्न पत्र आउट होने के मामले में शनिवार को गिरिडीह से 2 शिक्षकों और 2 छात्रों को हिरासत में लिया गया. सभी के मोबाइल जब्त कर जांच के लिए रांची भेज दिये गये हैं. जिन 2 शिक्षकों को हिरासत में लिया गया है, उनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय, हाड़ोडीह के पारा शिक्षक मोहन कुमार वर्मा शामिल हैं. वह एक कोचिंग सेंटर में पढ़ाते हैं. इसके अलावा निजी विद्यालय के शिक्षक टिंकू निगम को हिरासत में लिया गया है.
मधुपुर से प्रिंस कुमार को हिरासत में लिया गया
देवघर के मधुपुर से कथित प्रिंस कुमार नामक युवक को हिरासत में लिया है. वह मूल रूप से चतरा का रहने वाला है और देवघर में अपने मामा के यहां रहकर पोल्ट्री फार्म चलाता है. हालांकि, उसके पकड़े जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. प्रिंस से पूछताछ की जा रही है. प्रिंस को कोडरमा में चल रही जांच के संदर्भ में हिरासत में लिया गया है. प्रिंस का भाई कोचिंग चलाता है.
यूट्यूब चैनल पर कार्रवाई के लिए जैक ने उपायुक्त को लिखा पत्र
सोशल मीडिया पर फर्जी प्रश्न पत्र वायरल करने के मामले में जैक अध्यक्ष ने सभी जिलों के उपायुक्त को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि राज्य में मैट्रिक, इंटर की परीक्षा चल रही है. सोशल मीडिया के माध्यम से यूट्यूब चैनल और व्हाट्सऐप पर फर्जी प्रश्न पत्र अपलोड करके परीक्षा की गरिमा एवं व्यवस्था को धूमिल करते हुए दुष्प्रचार करने का प्रयास किया जा रहा है. जैक के पत्र में जैक अपडेट सर एवं शिक्षा लैब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का नाम भी दिया गया है. सभी उपायुक्त से अपने जिला में ऐसे यू-ट्यूब चैनल को चिह्नित करके प्रतिबंधित करने को कहा गया है. जिलों द्वारा की गयी कार्रवाई से जैक को भी अवगत कराने को कहा गया है.