IPL 2025 के शुरू होने से पहले मुंबई में आयोजित हुई कप्तानों की बैठक में लीग के नियमों में कई बड़े बदलाव किए गए हैं.
नई दिल्ली : इंडियन प्रीमीयर लीग (IPL) के 18वें सीजन की शुरुआत 22 मार्च से होने वाली है. इससे पहले गुरुवार को मुंबई में सभी 10 टीमों के कप्तानों की बैठक आयोजित की गई. इस मीटिंग में कई बड़े फैसले लिए गए और कई नियमों में बदलाव के साथ-साथ कई नए नियम जोड़े गए.
गेंद पर लार के इस्तेमाल से हटा बैन
कोविड-19 महामारी के लगभग 5 साल बाद गुरुवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आगामी आईपीएल 2025 में गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटा दिया. यह कदम आगामी सीजन की शुरुआत से पहले आईपीएल के कप्तानों की बैठक के बाद उठाया गया. अधिकांश कप्तान आईपीएल समिति के प्रस्ताव पर सहमत हुए, जिससे यह कोविड-19 महामारी के बाद इस प्रतिबंध को हटाने वाली पहली बड़ी क्रिकेट प्रतियोगिता बन गई.
बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘लार पर प्रतिबंध हटा लिया गया है. अधिकांश कप्तान इस कदम के पक्ष में थे. कुछ को इसे फिर से लागू करने पर संदेह था, कुछ ने इस पर अपनी सहमति नहीं जताई, लेकिन अधिकांश ने इस कदम का समर्थन किया’.
इम्पैक्ट प्लेयर रूल पर हुई चर्चा
कप्तानों की बैठक के एजेंडे में विवादास्पद इम्पैक्ट प्लेयर रूल भी था जिसे बीसीसीआई ने पहले ही कम से कम 2027 तक बढ़ा दिया है. रोहित शर्मा और हाल ही में हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ियों ने खेलने की रणनीति पर अपनी आपत्ति व्यक्त की है. अधिकारी ने कहा, ‘हालांकि कुछ लोगों ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर आपत्ति जताई है, लेकिन इससे अनकैप्ड बल्लेबाजों और गेंदबाजों को फायदा हुआ है, जिन्हें अन्यथा खेलने का मौका नहीं मिलेगा’.
वाइड गेंद के लिए डीआरएस में बदलाव
बीसीसीआई ने ऊंचाई वाली वाइड और ऑफ स्टंप के बाहर की वाइड के लिए डीआरएस के इस्तेमाल को भी मंजूरी दे दी है. अधिकारी ने कहा, ‘ऑफ स्टंप के बाहर की वाइड और ऊंचाई वाली वाइड के बारे में फैसला करने के लिए हॉक आई और बॉल ट्रैकिंग का इस्तेमाल किया जाएगा’.
कोरोना महामारी के दौरान लागू हुआ था ये नियम
बता दें कि, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने कोविड-19 महामारी के दौरान एहतियात के तौर पर गेंद को चमकाने के लिए लार लगाने की सदियों पुरानी प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि महामारी के दौरान डॉक्टरों ने सख्त स्वच्छता प्रोटोकॉल और शारीरिक दूरी की वकालत की थी. 2022 में, आईसीसी ने इस बैन को स्थायी कर दिया. महामारी के बाद आईपीएल ने भी अपनी खेल शर्तों में आईसीसी के इस प्रतिबंध को शामिल किया था.
दूसरी पारी में बदली जाएगी एक गेंद
बैठक में यह भी तय किया गया कि शाम के खेल की दूसरी पारी में 11वें ओवर के बाद ओस के कारण एक गेंद बदली जाएगी. एक अधिकारी ने कहा, ‘यह नियम में बदलाव नहीं है, यह टीमों और अंपायरों के बीच इस साल के लिए एक समझ है. बदली गई गेंद में घिसावट होगी ये गेंद पुरानी ही होगी’.