नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) आने वाले हफ्तों में अपने एडंवास प्लेटफॉर्म ईपीएफओ 3.0 को शुरू करने की तैयारी कर रहा है. केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने पहले घोषणा की थी कि इसे मई और जून 2025 के बीच लॉन्च किया जाएगा.
नए वर्जन का उद्देश्य आधुनिक आईटी प्रणाली के माध्यम से 9 करोड़ से अधिक ईपीएफ सदस्यों के लिए सेवा वितरण में सुधार करना है. इसमें ऑटो-क्लेम सेटलमेंट, डिजिटल अकाउंट करेक्शन और एटीएम-आधारित फंड निकासी जैसी सुविधाएं शामिल होंगी.
EPFO 3.0 के फायदे
- EPF फंड की ATM निकासी- EPF सदस्यों को नियमित बैंक लेनदेन की तरह, दावे की स्वीकृति के बाद सीधे ATM से पैसे निकालने की अनुमति दी जा सकती है.
- ऑटो-क्लेम सेटलमेंट- यह प्लेटफॉर्म क्लेम के स्वचालित निपटान का समर्थन करेगा, जिससे मैन्युअल प्रोसेसिंग पर निर्भरता कम होगी.
- डिजिटल करेक्शन- ग्राहक ऑनलाइन अकाउंट डिटेल्स सही कर सकेंगे, जिससे नाम या जन्मतिथि अपडेट जैसी प्रक्रियाएं सरल हो जाएंगी.
- ओटीपी-आधारित सत्यापन- ईपीएफओ से उम्मीद की जाती है कि वह पारंपरिक फॉर्म-आधारित प्रक्रियाओं की जगह ग्राहक जानकारी के लिए ओटीपी-आधारित अपडेट सक्षम करेगा.
- सुधारित शिकायत निवारण- रेनोवेट सिस्टम में एक तेज और अधिक उत्तरदायी शिकायत समाधान इकोसिस्टम शामिल होने की संभावना है.
- अन्य योजनाओं के साथ संभावित एकीकरण- ईपीएफओ अटल पेंशन योजना और प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के साथ एकीकरण की भी संभावना तलाश रहा है. इस कदम से असंगठित और अनौपचारिक क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए कवरेज का विस्तार हो सकता है.