Thursday, January 23, 2025

Delhi Elections : श्रद्धालुओं का महाकुंभ प्रयागराज में… नेताओं का दिल्ली में, दोनों जगह ‘सितारे जमीं पर

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प्रयागराज महाकुंभ में देश भर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं तो साधु-संत व अखाड़ों की धूम है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में देश भर के नेताओं का जमघट लगा हुआ है।

देश के इस समय दो ही ईवेंट चर्चा में हैं। एक तो महाकुंभ और दूसरा दिल्ली में विधानसभा चुनाव। प्रयागराज महाकुंभ में देश भर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं तो साधु-संत व अखाड़ों की धूम है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में देश भर के नेताओं का जमघट लगा हुआ है। प्रधानमंत्री से लेकर विभिन्न पार्टियों के बड़े-बड़े नेताओं व स्टार प्रचारकों का शोर है। सभी राजनीति के इस यज्ञ में आहुतियां डालने को आतुर हैं। इस सबके बीच आम जनता राजनीति के अलबेले रंग देख भौचक्की है। सभी के मुंह से बरबस निकल रहा है कि श्रद्धालुओं का महाकुंभ प्रयागराज में चल रहा है तो राजनेताओं का दिल्ली में।

दिल्ली के बीच से बहती हुई यमुना प्रयागराज में गंगा में मिल जाती है। संगम के तट पर महाकुंभ चल रहा है। संतों से लेकर श्रद्धालुओं तक की भीड़ है। प्रयागराज धर्म और अध्यात्म का केंद्र बना हुआ है। कई राज्यों से आए साधु-संतो के अखाड़े जमे हुए हैं। यह इत्तेफाक ही है कि ठीक उसी समय विधानसभा चुनाव के चलते दिल्ली राजनीति का केंद्र बना हुआ है। यहां पर कई राज्यों से राजनीतिक दलों के नेता व कार्यकर्ताओं ने डेरा डाला हुआ है। दूसरे राज्यों के नेताओं और कार्यकर्ताओं का यह दिल्ली प्रवास सभी राजनीतिक दलों की रणनीति का हिस्सा है। कारण है प्रवासी वोटर।

दिल्ली की करीब 18 विधानसभा सीटों के परिणाम में प्रवासी मतदाताओं का प्रभाव दिखता है। यूपी, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब से काम-नौकरी के लिए आई यह बड़ी आबादी दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में बसी हुई है। इस आबादी के वोट हासिल करने के लिए दलों ने अपने उस क्षेत्र विशेष के बड़े से लेकर छोटे नेता व कार्यकर्ताओं को बुलाया हुआ है। यह लोग घर-घर जाकर अपनी भाषा में संवाद कर रहे हैं वहीं रिश्तेदारी है तो रुक कर वोट की अपील कर रहे हैं

भाजपा ने पूर्वांचल, उत्तराखंड के लिए लगाया जोरभारतीय जनता पार्टी के लिए कई राज्यों से नेता व कार्यकर्ता दिल्ली चुनाव के लिए आए हुए हैं। बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए पूर्वांचल मोर्चे ने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को बुलाया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के अलावा रवि किशन, दिनेश लाल निरहुआ का नाम बतौर स्टार प्रचारक शामिल किया गया है। इसी तरह उत्तराखंड के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत अन्य नेताओं को लगाया गया है। हरियाणा के मूल निवासियों के लिए वहां के मुख्यमंत्री से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री समेत अन्य कई नेताओं को चुनावी फिजा बनाने के लिए लगाने की योजना भाजपा ने बनाई हुई है। इसी तरह हिमांचल व राजस्थान, मध्य प्रदेश के लिए भी भाजपा की तैयारी है।आप के लिए पंजाब, हरियाणा, पूर्वांचल से आए नेतापंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत पूरा आप का संगठन दिल्ली चुनाव में सक्रिय है। इसी तरह हरियाणा से आप के कई नेता दिल्ली चुनाव में आए हुए हैं। आप का भी पूर्वांचल संगठन है। राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी पूर्वांचल के चेहरे हैं। इसी तरह यूपी से पूरा संगठन, यूथ विंग समेत अन्य नेता आए हुए हैं। यह चुनाव आप के लिए अहम है। इसलिए आप के पूरे संगठन ने जोर लगाया हुआ है।दिल्ली में कांग्रेस के लिए कई राज्यों के नेता चुनाव में सक्रियपूर्वी यूपी और बिहार के प्रवासी मतदाताओं पर कांग्रेस का भी पूरा जोर है। दो दिन पहले पप्पू यादव की बादली में जनसभा हुई। इसमें पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा भी मंच पर बुलाए गए थे। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी दिल्ली चुनाव में सक्रिय हैं। इसी तरह अलग-अलग राज्यों से कांग्रेस के कार्यकर्ता दिल्ली आए हुए हैं। हिमांचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह, पंजाब, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, कन्हैया कुमार समेत अन्य नेताओं को प्रचार के लिए दिल्ली बुलाया गया है।सीटों के हिसाब से बनाई गई रननीति, लगाई गई ड्यूटीबलिया से आए राम नरेश व उनके साथियों को उनकी पार्टी ने लक्ष्मी नगर में चुनाव प्रचार के लिए लगाया है। इस विधानसभा क्षेत्र में पूर्वांचली मतदाताओं का प्रभाव माना जाता है। इसी तरह बदरपुर, पालम, राजेंद्र नगर, किराड़ी, बुराड़ी, गोकुलपुर, पटपड़गंज, गोकलपुर, करावल नगर में पूर्वांचल से आए नेताओं व कार्यकर्ताओं को राजनीतिक दलों ने लगाया हुआ है। उत्तराखंड मूल के निवासी नई दिल्ली, आर के पुरम, कैंट, पालम, द्वारका में ज्यादा रहते हैं इसलिए यहां पर उत्तराखंड के नेता कार्यकर्ता लगाए गए हैं।

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