सीबीआई ने उत्तर रेलवे के डीआरएम ऑफिस में कार्यरत दो रेल अफसरों समेत तीन लोगों को रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है.
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने रिश्वतखोरी से जुड़े एक मामले में नई दिल्ली में मंडल रेल प्रबंधक (DRM) कार्यालय के उत्तर रेलवे के एक वरिष्ठ डीईई और एक एसईई सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया.
सीबीआई ने यह जानकारी सोमवार को दी. इस बारे में सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि आरोपियों की पहचान साकेत चंद श्रीवास्तव (वरिष्ठ डीडीई), तपेंद्र सिंह गुर्जर (एसएसई, इलेक्ट्रिकल-जी ब्रांच) के रूप में हुई है. उक्त दोनों अधिकारी डीआरएम कार्यालय नई दिल्ली में तैनात हैं.
मामले में एक निजी कंपनी के गौतम चावला से 7 लाख रुपये की कथित रिश्वत लेने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया. आरोप है कि इन रेलवे अधिकारियों ने निजी रेलवे विक्रेता की दिल्ली स्थित निजी कंपनी और उसके परिवार को लाभ पहुंचाने के लिए रिश्वत की मांग की और उसे स्वीकार किया.
प्रवक्ता ने बताया कि सीबीआई ने तलाशी के दौरान 63.85 लाख रुपये नकद, सोने की छड़ें और 3.46 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण भी बरामद किए हैं. सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक सीबीआई ने सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इनमें डीआरएम कार्यालय के एक वरिष्ठ डीईई और दो एसएसई, गाजियाबाद स्थित एक निजी कंपनी के निदेशक, गाजियाबाद स्थित निजी कंपनी, दिल्ली स्थित कंपनी के एक निजी रेलवे विक्रेता, दिल्ली स्थित निजी कंपनी और अन्य अज्ञात शामिल हैं.
मामले में यह आरोप लगाया गया था कि आरोपी अवैध रिश्वत के बदले में विभिन्न निजी संस्थाओं को कार्य आदेश देने और बिलों का भुगतान करने के मामले में भ्रष्ट और अवैध गतिविधियों में लिप्त थे.
मामले में सीबीआई ने आरोपी लोक सेवकों के 9 स्थानों पर आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली. इसमें 63.85 लाख रुपये नकद, 96.26 लाख रुपये मूल्य के स्वर्ण आभूषण, संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज के अलावा मोबाइल, लैपटॉप/हार्ड डिस्क और निजी व्यक्तियों द्वारा लोक सेवकों को रिश्वत देने के विवरण बरामद हुए हैं.
वहीं आरोपी सीनियर डीईई की पत्नी के लॉकर की तलाशी में 2.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के आभूषण और सोने की छड़ें बरामद की गईं. सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि आगे की जांच जारी है.