Bihar News : केंद्रीय बजट में बिहार की बहार पर दिल्ली में रार मच गई है। लोकसभा में बजट पेश होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने बिहार को तवज्जो देने पर तंज कसा, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेताओं ने बजट प्रस्तावों का स्वागत करते हुए कांग्रेस को बिहार विरोधी बताया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट 2025 पेश करने के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेताओं ने बजट की खूब तारीफ की। वहीं महागठबंधन ने नेताओं ने बजट को लेकर एनडीए सरकार को जमकर कोसा। आइए जानते हैं बजट पर किसने क्या कहा? केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने बजट की घोषणाओं का स्वागत किया। पासवान ने एक पोस्ट में कहा कि बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान की स्थापना से पूरे पूर्वी क्षेत्र में खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियों को मजबूती मिलेगी और किसानों की आय में वृद्धि होगी।
कृषि अर्थव्यवस्था के लिए एक गेमचेंजर साबित होगा
जनता दल यूनाईटेड के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना की घोषणा का स्वागत किया। कहा कि यह किसानों और उद्यमियों के लिए नए अवसर प्रदान करेगा। सांसद संजय झा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह मिथिला और बिहार की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए एक गेमचेंजर साबित होगा। यह पहल उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन में सुधार करेगी, जिससे मिथिला और बिहार में आर्थिक विकास होगा।
कांग्रेस ने कहा- मोदी सरकार किसान विरोधी है
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस बजट ने बता दिया कि मोदी सरकार किसान विरोधी है। आज देश में किसानों की आत्महत्या सबसे बड़ा मुद्दा है। अलग-अलग राज्यों में आत्महत्याओं की संख्या बढ़ती जा रही है। देश के किसान को एमएसपी चाहिए। उन्हें ‘क्रेडिट फैसिलिटी’ नहीं, बल्कि कर्जमाफी चाहिए। किसान सरकार से बात करना चाहते हैं। पहले वे दिल्ली के बॉर्डर पर एक साल से ज्यादा तक बैठे रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब फिर से किसान बात करना चाहते हैं, लेकिन सरकार उनसे बातचीत नहीं कर रही है। वहीं कांग्रेस सांसद किरण कुमार चमाला ने कहा कि बजट में वित्त मंत्री ने बिहार को काफी तवज्जो दी है. हम तेलंगाना जैसे राज्यों के लिए भी इसी तरह के व्यवहार की आशा कर रहे हैं जिन्हें महत्व की आवश्यकता है। हम देखेंगे कि बजट की कुल गहराई क्या है. मुझे लगता है कि इसका कोई राजनीतिक एजेंडा है