धनबाद: एसएनएमएमसीएच अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था कभी भी चरमरा सकती है. अस्पताल में आने वाले मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी संभालने वाले सीनियर रेजिडेंट ने हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है. हालांकि अस्पताल प्रबंधन के समझाने के बाद वे मान गए हैं, जिसके चलते अब सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर के हड़ताल पर जाने की घोषणा रविवार को स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी पर टिकी है. अगर मंत्री इरफान अंसारी सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए कोई सकारात्मक पहल करते हैं तो ठीक है, नहीं तो वे 3 फरवरी से हड़ताल की घोषणा कर सकते हैं.
तीन महीने से वेतन का भुगतान नहीं
दरअसल, अस्पताल में कार्यरत सीनियर डॉक्टरों का वेतन तीन महीने से लंबित है. वेतन भुगतान की मांग को लेकर वे कई बार अस्पताल प्रबंधन से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक इससे संबंधित कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई है. जिसके चलते सीनियर डॉक्टर नाराज हैं. इसलिए उन्होंने सामूहिक अवकाश के तहत 3 फरवरी से हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी, जिसे अस्पताल प्रबंधन ने सीनियर रेजिडेंट को हड़ताल पर न जाने के लिए राजी कर लिया है.
आज स्वास्थ्य मंत्री से मिलेंगे डॉक्टर
एसएनएमएमसीएच अधीक्षक डॉ. संजय कुमार चौरसिया ने बताया कि सीनियर रेजिडेंट ने लंबित वेतन भुगतान की मांग को लेकर तीन फरवरी से सामूहिक अवकाश पर जाने का पत्र दिया था. मामले में सभी एचओडी के साथ बैठक हो चुकी है. एचओडी की बैठक के बाद सीनियर रेजिडेंट के साथ बैठक हुई. उन्हें समझाने का प्रयास किया गया, जिसमें वे सामूहिक अवकाश पर नहीं जाने को राजी हुए. मामले से संबंधित विभाग को अवगत करा दिया गया है.
उन्होंने बताया कि सीनियर रेजिडेंट पहले भी कई बार वेतन भुगतान की मांग कर चुके हैं. करीब 35 से 36 सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर हैं. करीब चार महीने से इनका वेतन लंबित है. बीच में कुछ फंड आया, जिसमें एक महीने का वेतन और कुछ एरियर का भुगतान हुआ. अधीक्षक ने बताया कि फिलहाल सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर इस बात पर राजी हो गए हैं कि वे हड़ताल पर नहीं जाएंगे. रविवार को सीनियर रेजिडेंट अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी से मिलेंगे. अगर समाधान निकल जाता है तो अच्छा रहेगा, क्योंकि सीनियर रेजिडेंट अस्पताल की रीढ़ हैं.