वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट में झारखंड के लिए अलग से कोई घोषणा नहीं है, लेकिन एक ऐसे कार्यक्रम की शुरुआत की घोषणा की है, जिसका फायदा लाखों बच्चों और महिलाओं को मिलने वाला है. आम बजट 2025 में केंद्रीय वित्त मंत्री ने ‘सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र और पोषण 2.0’ कार्यक्रम की घोषणा की है. इस योजना का लाभ झारखंड के उन 3.90 लाख बच्चों को मिलेगा, जो कुपोषण के शिकार हैं. साथ ही लाखों गर्भवती महिलाओं को भी इस योजना का लाभ मिलेगा.
देश की प्रगति के तीसरे इंजन में ‘सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र और पोषण 2.0’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार (1 फरवरी, 2025) को संसद में केंद्रीय बजट 2025-26 पेश करते हुए कहा कि देश की प्रगति के तीसरे ईंजन विकास में निवेश- लोगों में निवेश, अर्थव्यवस्था में निवेश और नवाचार के क्षेत्र में निवेश को समाहित करता है. वित्त मंत्री ने कहा कि लोगों में निवेश के हिस्से के रूप में आम बजट में सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0 कार्यक्रम के तहत पौष्टिकता सहायता के लागत मानकों में वृद्धि करने का प्रस्ताव है.
8 करोड़ से अधिक बच्चों, 1 करोड़ महिलाओं को मिलेगा लाभ
निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह कार्यक्रम देश भर में 8 करोड़ से अधिक बच्चों, 1 करोड़ गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र में लगभग 20 लाख किशोरियों को पोषण संबंधी सहायता प्रदान करेगा.
झारखंड में हैं 3.90 लाख कुपोषित बच्चे
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-5) रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड में 3.90 लाख बच्चे ऐसे हैं, जो कुपोषित हैं. इनका वजन सामान्य से कम है. ऐसे बच्चों के लिए यह कार्यक्रम मददगार होगा. ‘सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र और पोषण 2.0’ कार्यक्रम का लाभ झारखंड के 38 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों को मिलेगा. इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश में पौष्टिकता सहायता को बढ़ावा देना है.