कोडरमा: 10वीं और 12वीं की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए जहां छात्र-छात्राएं मेहनत कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन भी बेहतर रिजल्ट के लिए विद्यार्थियों को सुविधाएं मुहैया करा रहा है. पिछले तीन सालों से लगातार कोडरमा का रिजल्ट सबसे बेहतर रहा है और इस बार भी यही प्रयास किए जा रहे हैं.
इम्तिहान बड़ा हो या छोटा, टेंशन हर किसी को होती है. कई बार इसी टेंशन में विद्यार्थी सवालों का जवाब जानते हुए भी गलत उत्तर लिखकर चले आते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें परीक्षा परिणाम के रूप में झेलना पड़ता है.
परीक्षा से पहले और परीक्षा के दौरान बच्चों की मानसिक स्थिति ठीक रहे और शारीरिक-बौद्धिक विकास के साथ बच्चे एकाग्रचित होकर परीक्षा की तैयारी करें तथा उनका रिजल्ट बेहतर कैसे हो, इसके लिए उन्हें टिप्स दिए जा रहे हैं. इस बार जिले के बच्चों के बेहतर परिणाम के लिए उन्हें सम्पूर्ण शिक्षा कवच यानी फिलो से जोड़ा गया है, जिसमें उन्हें अपनी तैयारी के अलावा 24 घंटे ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा दी जा रही है. उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने परीक्षा की तैयारी के साथ बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रहने की भी सलाह दी है.
कोडरमा में 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को परीक्षा से पहले बेहतर और अनुशासित ढंग से तैयारी कराई जा रही है. अब इस बार छात्र-छात्राओं को फिलो यानी सम्पूर्ण शिक्षा कवच से जोड़ा गया है. इसके तहत 24 घंटे 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तैयारी में जुटे विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास की सुविधा मिल रही है.
परीक्षा की तैयारी के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से किए जा रहे इस अनोखी पहल से छात्र-छात्राएं उत्साहित हैं. छात्राओं का कहना है, कि इस तरह के कार्यक्रम से परीक्षा से पहले उनके सारे डाउट क्लियर हो जाएंगे.
11 फरवरी से पूरे राज्य में झारखंड एकेडमिक काउंसिल के द्वारा 10 वीं और 12वीं की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी. प्री बोर्ड के बाद अब बच्चे सेल्फ स्टडी में जुटे हैं. उससे पहले बच्चों को सम्पूर्ण शिक्षा कवच के जरिए कुशल मार्गदर्शन दिया जा रहा है, ताकि परीक्षा में उनसे गलतियां न हों.