रेलवे की ओर से यात्रियों की सुविधा को लेकर कई पहल किए जा रहे हैं. किसी तरह की परेशानी ना हो, इसका खास ध्यान रखा जाता है. इसी क्रम में अब यात्री सफर के दौरान जर्नी ब्रेक ले सकते हैं. जिससे उन्हें खास सहूलियत मिलेगी
रेलवे की ओर से यात्रियों को किसी तरह की परेशानी ना झेलनी पड़े, इसका खास ध्यान रखा जाता है. वैसे भी सफर के दौरान अगर सभी सुविधाएं उचित तरीके से मिल जाती है तो, सफर का आनंद कुछ और ही होता है. इसे ही देखते हुए कई तरह के कदम रेलवे की ओर से उठाए जा रहे हैं. दरअसल, रेलवे की तरफ से अब पैसेंजर्स को जर्नी ब्रेक की सुविधा मिलेगी. जिस तरह ट्रेन में सफर के लिए यात्री को टिकट लेना पड़ता है, ठीक उसी तरह जर्नी ब्रेक के लिए भी पैसेंजर्स टिकट ले सकेंगे. बता दें कि, इस टिकट के लेने के बाद रास्ते में आराम के लिए यात्रियों को ब्रेक मिलता है.
जर्नी ब्रेक के लिए नियम
वहीं, रेलवे की ओर से इसे जर्नी ब्रेक नाम दिया गया है. विस्तार रूप से जर्नी ब्रेक की बात की जाए तो, यह सफर के दौरान बीच में यात्रियों को आराम करने के लिए दी जाती है. लेकिन, इसके लिए रूल भी बनाए गए हैं. जिसके मुताबिक, इस सुविधा का लाभ 500 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा करने पर दी जाती है. इससे साफ होता है कि, इसका फायदा उन्हीं यात्रियों को मिलेगा, जो 500 किमी से ज्यादा लंबा सफर करते हैं. वहीं, भारतीय रेलवे द्वारा किसी भी यात्री को एक दिन की ही ब्रेक जर्नी दी जाती है. फिर चाहे यात्री का सफर एक हजार किलोमीटर का ही क्यों ना हो.
यहां जमा करना होगा टिकट
गौर करने वाली बात यह है कि, 500 किलोमीटर से ज्यादा दूरी के टिकटों पर दो यात्रा विराम की अनुमति मिलती है. एक स्टेशन पर यात्रा की अवधि अधिकतम 2 दिनों की होती है. इसमें ट्रेन के आगमन का दिन और प्रस्थान का दिन शामिल नहीं होता है. इसके साथ ही कनेक्टिंग ट्रेन पकड़ने के लिए यदि कोई यात्री किसी भी स्टेशन पर उतरता है तो, इसे जर्नी ब्रेक नहीं माना जाएगा. इधर, दरअसल, इस सुविधा को लेने के लिए आपको टिकट जमा करना होता है. बता दें कि, जहां आप ठहरना चाहते हैं, इसी स्टेशन पर टिकट को जमा करना पड़ेगा.